KNEWS DESK- कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हाल ही में लगाए गए ‘मतदाता सूची में हेराफेरी और चुनावी धोखाधड़ी’ के आरोपों ने देश की राजनीतिक फिज़ा में गर्मी बढ़ा दी है। इन गंभीर आरोपों के मद्देनज़र कांग्रेस पार्टी ने 11 अगस्त को शाम 4:30 बजे 24 अकबर रोड स्थित मुख्यालय पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे।
बैठक में पार्टी महासचिव, राज्यों के प्रभारी, फ्रंटल संगठनों के प्रमुख, और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इसमें एक देशव्यापी जनजागरूकता अभियान शुरू करने की रणनीति पर चर्चा होगी, जिसका उद्देश्य चुनावी पारदर्शिता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना है।
7 अगस्त को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोटों की चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कर्नाटक में 16 लोकसभा सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी सिर्फ 9 सीटों तक सिमट गई।
राहुल ने आरोपों के समर्थन में कांग्रेस का आंतरिक विश्लेषण साझा किया और दावा किया कि कुछ सीटों पर अप्रत्याशित हार के पीछे चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी है। उन्होंने इसे “लोकतंत्र की आत्मा के खिलाफ षड्यंत्र” करार दिया।
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने राहुल गांधी के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने कहा, “राहुल गांधी या तो नियमों के अनुसार अपने आरोपों को स्पष्ट और प्रमाणित करें, या फिर देश से माफी मांगें।”
चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की निष्पक्षता का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह के आरोप बिना प्रमाण लगाए जा रहे हैं, जो लोकतांत्रिक संस्थानों की साख को नुकसान पहुंचाते हैं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस मुद्दे को ‘भारतीय लोकतंत्र की रक्षा का मिशन’ बताते हुए कहा, “जिस तरह बापू ने ‘करो या मरो’ का आह्वान किया था, वैसे ही आज हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आना होगा।”
उन्होंने 11 अगस्त की बैठक को “निर्णायक क्षण” करार दिया और सभी कार्यकर्ताओं से इस मुहिम में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। इस राजनीतिक हलचल के बीच, भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) के स्थापना दिवस पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शुभकामनाएं दीं।
राहुल गांधी ने कहा, “युवा कांग्रेस ने युवाओं को अन्याय और असमानता के खिलाफ खड़े होने का मंच दिया है। आप लोकतांत्रिक मूल्यों को आगे बढ़ाते रहें।”
मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, “IYC भारत के लोकतांत्रिक संस्थानों और संविधान की रक्षा में अग्रणी रहा है। आइए, हर युवा की आवाज़ को बुलंद करें।”
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने सरकार से सवाल पूछा कि वह संसद में चुनाव आयोग के कामकाज पर चर्चा से क्यों बच रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इस विषय पर दोनों सदनों में खुलकर बहस की है। “क्या किरेन रिजिजू चुनाव आयोग के जवाबदेही से डर रहे हैं?” — टैगोर ने पूछा।