KNEWS DESK… आदित्य एल-1 पहली और दूसरी कक्षा बदलने के बाद सूर्य की तीसरी कक्षा में सफलता पूर्वक पहुंच चुका है. ISRO ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि आदित्य एल-1 तीसरी बार भी कक्षा बदलने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है.
दरअसल आपको बता दें कि आदित्य एल-1 की कक्षा बदलने की प्रक्रिया को बेंगलुरु में ISRO के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क से निर्देशित किया गया था. इस तरह आदित्य एल-1 सूर्य की तरफ एक और कदम बढ़ा लिया है. ISRO के मुताबिक सूर्य का अध्यन करने वाला अंतरिक्ष आधारित यह पहला मिशन है.
Aditya-L1 Mission:
👀Onlooker!Aditya-L1,
destined for the Sun-Earth L1 point,
takes a selfie and
images of the Earth and the Moon.#AdityaL1 pic.twitter.com/54KxrfYSwy— ISRO (@isro) September 7, 2023
जानकारी के लिए बता दें कि इस अंतरिक्षयान को सूर्य के करीब और पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर लांग्रेज पॉइंट-1 (L1) के चारो ओर एक हैलो आर्बिट में रखा जाएगा, जिसे प्रभामंडल कक्ष भी कहते हैं. यहां से सूर्य पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी, इसमें कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगा. साथ ही सूर्य का अध्ययन भी आसानी से किया जा सकेगा.
Aditya-L1 Mission:
The second Earth-bound maneuvre (EBN#2) is performed successfully from ISTRAC, Bengaluru.ISTRAC/ISRO's ground stations at Mauritius, Bengaluru and Port Blair tracked the satellite during this operation.
The new orbit attained is 282 km x 40225 km.
The next… pic.twitter.com/GFdqlbNmWg
— ISRO (@isro) September 4, 2023
आदित्य एल-1 ने साझा की तस्वीर
ISRO ने बताया कि आदित्य एल-1 ने सूर्य की पहली तस्वीर भेजी है, इसके अलावा चंद्रमा के साथ भी एक सेल्फी भेजी है जिसमें पृथ्वी भी नजर आ रही है. ISRO ने जानकारी देते हुए बताया कि आदित्य एल-1 की नई कक्षा 296 किमी x 71767 किलोमीटर की है. आदित्य एल-1 अब चौथी कक्षा में प्रवेश करने की तैयारी में है. इसके पहले 3 सितंबर को पहली तथा 7 सितंबर को दूसरी कक्षा में प्रवेश किया. अब 15 सितंबर को अगली प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है.