KNEWS DESK – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की पहली आईपीएल जीत पर आयोजित जश्न बुधवार को एक बड़े हादसे में तब्दील हो गया, जब बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भीड़ बेकाबू हो गई। इस दर्दनाक भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 47 अन्य घायल हो गए। मृतकों में 13 साल की एक बच्ची भी शामिल है।
अब इस हादसे को लेकर राज्य सरकार की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि करीब 8 लाख लोग स्टेडियम और उसके आसपास पहुंच गए थे। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद थी कि लगभग 1 लाख लोग विधान सौधा के बाहर और 25 हजार लोग स्टेडियम के बाहर जमा होंगे, लेकिन मेट्रो टिकटों की बिक्री से पता चला कि करीब 8.70 लाख टिकट बिके। इसका मतलब है कि भीड़ अनुमान से कई गुना ज़्यादा थी।”
युवा जिंदगी का अंत
इस हादसे में जिन 11 लोगों की जान गई, वे सभी 40 वर्ष से कम उम्र के थे। इनमें 13 साल की दिव्यांशी, 17 वर्षीय शिवलिंगा, 19 वर्षीय चिन्मयी, 20 वर्षीय भूमि और प्रज्वल, 25 वर्षीय साहना, 27 वर्षीय अक्षता, 29 वर्षीय देवी, 32 वर्षीय डोरेशा और 33 वर्षीय मनोज शामिल हैं। वे सभी RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने आए थे, लेकिन जश्न मातम में बदल गया।
फ्री पास की घोषणा बनी हादसे की वजह
हादसे की एक प्रमुख वजह आरसीबी द्वारा अचानक की गई फ्री पास की घोषणा भी बताई जा रही है। बुधवार दोपहर करीब 3:14 बजे टीम ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक समारोह के लिए निशुल्क पास उपलब्ध कराए जाने की सूचना दी। इसके बाद हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम की ओर दौड़ पड़े। कोई प्रवेश प्रोटोकॉल या टिकट नियंत्रण नहीं होने के कारण, भीड़ ने एक साथ गेट्स और बैरिकेड्स पार करने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई।
सरकार के ‘अचानक आयोजन’ वाले दावे पर सवाल
सरकार की ओर से बार-बार यह दावा किया गया कि यह आयोजन अचानक तय हुआ था और समय कम था, लेकिन 3 जून की एक चिट्ठी ने इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस पत्र में कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने पहले से अनुमति मांगी थी, जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार को आयोजन की जानकारी पहले से थी।
पुलिस व्यवस्था में चूक
गृहमंत्री ने यह भी बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी विधान सौधा में तैनात थे, जहां मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राज्यपाल मौजूद थे। ऐसे में स्टेडियम और उसके आसपास पर्याप्त पुलिस बल नहीं था, जिससे भीड़ को नियंत्रित करना असंभव हो गया।