KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। केजरीवाल ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी अपने बलबूते पर लड़ेगी और कांग्रेस के साथ किसी प्रकार का गठबंधन नहीं होगा।
केजरीवाल का बयान ‘हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे’
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए यह स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली में इस चुनाव में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।” उनका यह बयान तब आया जब एएनआई ने दावा किया था कि आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा अंतिम चरण में है और इसका हिस्सा इंडिया गठबंधन के अन्य दल भी होंगे।
संजय सिंह और राघव चड्ढा का भी बयान
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संजय सिंह ने भी अरविंद केजरीवाल के बयान को दोहराते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
सांसद राघव चड्ढा ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, “आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी अपने संगठन की ताकत और राजनीतिक बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। किसी प्रकार का गठबंधन नहीं होगा।”
चुनाव की तैयारी और उम्मीदवारों की घोषणा
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने अब तक दो सूची जारी की हैं। पहली सूची में पार्टी ने 11 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया, जबकि सोमवार को जारी दूसरी सूची में 20 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए। यह दर्शाता है कि पार्टी ने चुनावी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है और अपने दम पर दिल्ली की सत्ता में वापसी की ओर अग्रसर है।
2025 विधानसभा चुनाव की संभावित तारीखें
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अगले साल फरवरी में मतदान हो सकते हैं, हालांकि चुनाव आयोग द्वारा तारीखों का ऐलान जनवरी में किए जाने की संभावना है। 2020 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी और 70 में से 62 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस इस चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई थी।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी आगामी चुनाव के लिए अपनी तैयारियों में जुटी हुई है, और दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं।