“40 करोड़ मुसलमान मेरे साथ”… मस्जिद विवाद में बोले टीएमसी नेता हुमायूं कबीर

डिजिटल डेस्क- पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में तृणमूल कांग्रेस के सस्पेंड किए गए विधायक हुमायूं कबीर द्वारा ‘बाबरी मस्जिद जैसी’ मस्जिद का शिलान्यास किए जाने के बाद देशभर में राजनीतिक और सामाजिक विवाद गहरा गया है। बीजेपी ने इस कदम को सीधे-सीधे सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाला बताया है, वहीं कई संगठनों ने भी इसे कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती करार दिया है। इन आरोपों के बीच हुमायूं कबीर पीछे हटने से इनकार करते हुए दावा कर रहे हैं कि देश के अधिकांश मुसलमान उनके साथ हैं। कबीर ने कहा कि बाबरी मस्जिद मुद्दे पर देशभर के 40 करोड़ मुसलमानों में से ज्यादातर एक साथ खड़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को जबर्दस्ती गिराया गया था और यह घटना मुसलमानों के मन में आज भी ताजा है। कबीर ने बताया कि लगभग एक साल पहले उन्होंने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वह बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की तर्ज पर एक मस्जिद का निर्माण कराएंगे, और अब वह अपने वादे को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रहे। “मैं पीछे नहीं हटूंगा। पुलिस साथ है, और अदालत ने भी रोक लगाने से इनकार किया,” कबीर ने दावा किया। शिलान्यास कार्यक्रम के लिए 40,000 पैकेट शाही बिरयानी का इंतजाम किया गया था। इस मस्जिद के साथ एक कॉलेज और एक अस्पताल बनाने का भी प्लान है, जिसके लिए कुल बजट 300 करोड़ रुपये बताया गया है।

तर्ज पर बनी मुर्शिदाबाद मस्जिद—नया राजनीतिक मोर्चा

यह प्रोजेक्ट 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में ढहाई गई बाबरी मस्जिद की याद में बनाया जा रहा है। बीजेपी नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रही। उनका आरोप है कि इससे राज्य में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और बढ़ सकता है। इसी बीच कोलकाता हाई कोर्ट भी चर्चा में है, क्योंकि कोर्ट ने इस प्रोजेक्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता स्पष्ट आधार प्रस्तुत नहीं कर सके, इसलिए तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

हैदराबाद में भी उठी बाबरी स्मारक की मांग

मुर्शिदाबाद में नींव रखे जाने के बाद हैदराबाद में भी बाबरी मस्जिद की याद में स्मारक बनाने की घोषणा की गई है। तहरीक मुस्लिम शब्बान के अध्यक्ष मुश्ताक मलिक ने 6 दिसंबर को हुए एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि संगठन ग्रेटर हैदराबाद में एक ऐसा स्मारक और कल्याण केंद्र बनाएगा जो 1992 की घटना को याद करेगा। उनका कहना है कि यह स्मारक समुदाय की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करेगा।

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