KNEWS DESK – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले का भारत ने करारा जवाब दिया है। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंक के अड्डों को निशाना बनाते हुए सटीक सैन्य कार्रवाई की। इस ऑपरेशन में न सिर्फ 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, बल्कि पाकिस्तान के करीब 35-40 सैनिकों की भी मौत हुई। रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इस ऐतिहासिक कार्रवाई की जानकारी साझा की।
आतंक के 9 ठिकाने ध्वस्त
DGMO के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह आतंकियों के सफाए के लिए डिजाइन किया गया था। इसमें भारतीय सुरक्षाबलों ने नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस दौरान यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया। ये सभी कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहे हैं, जिनमें IC-814 अपहरण और पुलवामा हमला प्रमुख हैं।
लश्कर और जैश के मुख्यालय तबाह
भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में मुख्य भूमिका निभाई। IAF ने लाहौर के नजदीक स्थित मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्य कैंप को पूरी तरह तबाह कर दिया। इसके अलावा बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी ध्वस्त कर दिया गया। DGMO ने बताया कि वायुसेना ने अभियान के दौरान अत्याधुनिक सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया और लक्ष्य पर सटीक हमला किया।
DGMO राजीव घई ने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में न केवल आतंकी मारे गए, बल्कि पाकिस्तानी सेना को भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। नियंत्रण रेखा (LoC) पर हुई जवाबी कार्रवाई में 35 से 40 पाक सैनिक मारे गए। पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी और जवाबी हमले में कई सैन्य प्रतिष्ठान भी तबाह हो गए।
एयर डिफेंस सिस्टम और रनवे भी तबाह
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के तीन एयर डिफेंस सिस्टम को बर्बाद कर दिया। इसके अलावा दो एयरबेस के रनवे भी निशाना बनाकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। DGMO ने बताया कि भारत की इस रणनीतिक कार्रवाई में भारतीय वायुसेना को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। पाकिस्तान द्वारा किए गए जवाबी हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया गया।
DGMO के अनुसार, भारत की निर्णायक और आक्रामक सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर और बातचीत के लिए पहल की गई है। यह इस बात का संकेत है कि भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता और मनोबल पर गहरा असर डाला है।