‘हरियाणा में हुई 25 लाख वोटों की चोरी’, राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाया आरोप

KNEWS DESK- बिहार में गुरुवार को होने वाली वोटिंग से पहले कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक जोरदार प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने हरियाणा चुनाव में कथित चुनावी अनियमितताओं का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की जीत को बीजेपी की जीत में बदलने की योजना बनाई गई थी और इसके लिए चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाए।

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में वोटों की चोरी की गई और जब उन्होंने आंकड़े देखे तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने अपनी टीम को निर्देश दिया कि सभी आंकड़ों की हर स्रोत से डबल क्रॉस-चेक की जाए। उन्होंने इसे “युवाओं के भविष्य का सवाल” बताते हुए कहा कि जेनरेशन जेड का भविष्य नष्ट किया जा रहा है।

राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस के पास ‘एच’ फाइल्स हैं, जो दिखाती हैं कि पूरे राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर मतदाता सूची में गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आठ में से एक मतदाता फर्जी है और कई लोग कई बार वोट डाल रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि एक महिला ने 223 बार और एक आदमी ने 14 बार वोट डाला। राहुल ने इसको लोकतंत्र, मतदाता अधिकार, आरक्षण, रोज़गार और शिक्षा की चोरी बताया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने ब्राजील की एक मॉडल की फोटो भी दिखाई और दावा किया कि इसने अलग-अलग नामों से 22 जगह वोट डाले। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग डुप्लीकेट वोटों को नहीं हटाता, क्योंकि उसे निष्पक्ष चुनाव कराना पड़ता है, जो कि बीजेपी के लिए ठीक नहीं है।

राहुल गांधी ने बीजेपी पर भी तीखा हमला किया और कहा कि जिन ताकतों ने महात्मा गांधी की हत्या की, वे अब भारत के संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महादेवपुरा में पहले एटम बम दिखाया था, लेकिन अब हाइड्रोजन बम लाने की तैयारी है, जो देश को सच्चाई दिखाएगा।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर पोस्ट किया और इसे “हाइड्रोजन बम” बताया। राहुल ने बिहार की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मदद से देश के सामने वोट चोरी और मतदाता सूची की गड़बड़ी उजागर की जाएगी।

16 दिनों तक चली कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा का मुख्य उद्देश्य मतदाता अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और वोट चोरी व मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR) में अनियमितताओं का विरोध करना था। राहुल गांधी ने कहा कि वोट चोरी का मतलब सिर्फ चुनाव नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र, अधिकार और संसाधनों की चोरी है।