शिव शंकर सविता- देश के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर जहां भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर इसका जश्न मना रही है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। खरगे ने आरोप लगाया कि RSS ने अपनी शाखाओं में और बीजेपी ने अपने दफ्तरों में कभी वंदे मातरम् नहीं गाया, बल्कि वे “नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे” गाते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि “1925 में स्थापना के बाद से RSS ने सार्वभौमिक श्रद्धा की बातें तो कीं, लेकिन उसने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् से हमेशा परहेज किया। संघ के किसी भी साहित्य या ग्रंथ में इस गीत का उल्लेख नहीं मिलता।” उन्होंने यह भी कहा कि “राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान संघ परिवार ने भारतीयों के बजाय अंग्रेजों का साथ दिया, वर्षों तक राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया, संविधान का दुरुपयोग किया और बापू तथा बाबा साहेब अंबेडकर जैसे महान नेताओं के अपमानजनक कृत्य किए।
‘वंदे मातरम्’ हमारी आत्मा का प्रतीक
खरगे ने आगे कहा कि आज जब वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं, हमें याद रखना चाहिए कि यह गीत हमारे राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक है। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन की प्रेरणा बना और भारत की एकता, विविधता और मातृभूमि के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि “1896 में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान, रवींद्रनाथ टैगोर ने पहली बार सार्वजनिक रूप से वंदे मातरम् गाया था। यह क्षण भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक अमर अध्याय बन गया। उस समय कांग्रेस ने ब्रिटिश हुकूमत की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को चुनौती दी और वंदे मातरम् को भारतीय एकता का प्रतीक बनाया।
‘कांग्रेस को वंदे मातरम् और जन गण मन पर गर्व’
खरगे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को न सिर्फ वंदे मातरम्, बल्कि राष्ट्रीय गान जन गण मन पर भी गर्व है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की हर सभा, चाहे वह राष्ट्रीय अधिवेशन हो या स्थानीय बैठक, हम इन गीतों को पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ गाते हैं। यह हमारी एकता, संस्कृति और देशभक्ति का प्रतीक है।”