डिजिटल डेस्क- दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर अंधाधुंध गोलीबारी की वीभत्स घटना से दहल उठा है। जोहान्सबर्ग के पास प्रिटोरिया शहर के घनी आबादी वाले सॉल्सविले इलाके में शनिवार देर रात उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक अवैध रूप से चल रहे बार में अचानक गोलियों की आवाज गूंजने लगी। बार के अंदर भारी भीड़ मौजूद थी और तेज संगीत के बीच हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही पलों में माहौल चीख-पुकार से भर गया और लोग जान बचाने के लिए दरवाजों और गलियों की ओर भागने लगे। पुलिस के अनुसार, इस हमले में अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें एक मासूम तीन साल का बच्चा भी शामिल है, जो अपने माता-पिता के साथ वहां आया था। घटना की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि मृतकों में तीन नाबालिग शामिल हैं। वहीं, 14 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
हमलावरों का मकसद भीड़ को निशाना बनाना था
दक्षिण अफ्रीकी पुलिस सेवा की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हमलावरों का मकसद भीड़ को निशाना बनाना था। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि फायरिंग बार के अंदर की गई या बाहर से। पुलिस तीन संदिग्धों की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक उनकी पहचान उजागर नहीं हो पाई है। अधिकारियों का कहना है कि हमलावर तेज आवाज और अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
फायरिंग वाली जगह अवैध कामों के लिए है प्रसिद्ध
यह इलाका पहले से ही अवैध गतिविधियों के लिए बदनाम रहा है। यहां कई बार ऐसे अनधिकृत बार, जिन्हें स्थानीय भाषा में “शेबीन” कहा जाता है, बिना सुरक्षा मानकों के संचालित होते हैं। इन जगहों पर गैंगवार, अवैध हथियारों की मौजूदगी और शराब की तस्करी आम बात है। पुलिस को लंबे समय से इनके संचालन पर रोक लगाने की मांग मिलती रही है, लेकिन घटनाओं का सिलसिला थमता दिखाई नहीं दे रहा।