बजट 2023, एक फरवरी 2023 को भारत की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में सुबह 11 बजे मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट को पेश करेंगी. जानकारों का मनना है कि इस बजट में सरकार द्वारा उन सामनों में कस्टम डयूटी बढ़ाई जा सकती है. जो समान जरूरत की श्रेणी में नहीं आता है. आत्म निर्भर भारत मुहिम के तहत सरकार विदेशों से आयात होने वाली कई चीजों में कस्टम डयूटी को बढ़ा सकती है. इससे भारत के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत मुहिम को मजबूती मिलेंगी . इससे भारत के आयात कम करने और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है. इन चीजों में प्राइवेट जेट, हेलिकॉप्टर, हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक आइटम, प्लास्टिक के सामान, जवैलरी, हाई-ग्लॉस पेपर और विटामिन जैसे आइटम शामिल है.
कई मंत्रालयों से ली गई सलाह
सरकार जिन चीजों में कस्टम डयूटी बढ़ाने का मन बना रही है. उसके लिए कई मंत्रालयों से सलाह लेने के बाद फैसला किया गया है. सूत्रों के हवालों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक सरकार 35 आइटम पर कस्टम डयूटी बढ़ाने का मन बना चुकी हैं. आयात बढ़ाने की वजह इन सामानों के मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है. दिसंबर में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने सभी मंत्रालयों से आयातित गैर-जरूरी चीजों की लिस्ट मांगी थी. जिन आइटम्स में कस्टम डयूटी को बढ़ाया जा सके.
आयात बढ़ाने से कम होगा चालू खाते का घाटा
सरकार चालू खाते को कम करने के लिए आयाट को कम करने की कोशिश में जुटी है. वही जुलाई-सितंबर तिमाही में चालू खाते घाटा 9 महीने के उच्चतम स्तर 4.4 फीसदी में पहुंच गया था. डेलॉट अपनी रिपोर्ट में चालू खाते के घाटे के बढ़ने की आशंका जताई थी.
मेक इन इंडिया के लिए बढ़ेगा आयात शुल्क!
2014 में लॉन्च किए गए ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को भी मजबूत करने के मकसद से सरकार सीमा शुल्क बढ़ाने का फैसला कर सकती है. पिछले बजट में भी वित्त मंत्री ने नकली ज्वैलरी, छाते और ईयरफोन जैसे कई सामानों पर आयात शुल्क बढ़ाकर इनकी घरेलू मैन्युफैक्चरिंग मजबूत करने पर जोर दिया था. ऐसे में इस साल भी कई दूसरे सामानों पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ना तय है और फिर इनके मेक इन इंडिया प्रोडक्ट्स को फायदा मिल सकता है.