KNEWS DESK – कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के बचाव में दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अब भी ‘आपातकाल जैसी मानसिकता’ से बाहर नहीं निकल सकी है और वह न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करने के बजाय, राजनीतिक संरक्षण की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है।
यह विवाद तब और गरमा गया जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के शिकोहपुर में जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने इस कार्रवाई को “दुर्भावनापूर्ण” और “राजनीति से प्रेरित” बताते हुए सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वे अपने बहनोई और परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं।
भाजपा का तीखा जवाब
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहीन सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी के बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी की यह टिप्पणी बताती है कि वह अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के काले कारनामों से वाकिफ थे — या फिर खुद भी इसमें किसी न किसी रूप में शामिल थे।”
तुहीन ने कहा कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं, और जब भी कोई आरोप या साक्ष्य सामने आते हैं, तो कानूनी प्रक्रिया के तहत कदम उठाए जाते हैं। “कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि अब कानून का राज है, नेहरू-गांधी परिवार की मनमानी का नहीं,” उन्होंने तंज कसा।
प्रवक्ता तुहीन सिन्हा ने इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल का भी उल्लेख किया और कहा कि आज भी कांग्रेस उसी विचारधारा को ढो रही है।
उन्होंने कहा,”न्यायपालिका और जांच एजेंसियों की स्वतंत्रता पर सवाल उठाकर कांग्रेस पार्टी दिखा रही है कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं करती। उन्हें केवल अपने परिवार और सत्ता की चिंता है।”
असम के सीएम पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर भी विरोध
भाजपा ने राहुल गांधी की असम में की गई एक टिप्पणी पर भी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा को ‘भ्रष्ट’ बताते हुए कहा था कि उन्हें जनता जेल भेजेगी।
इस पर तुहीन सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, “क्या राहुल गांधी अब तय करेंगे कि कौन जेल जाएगा और कौन नहीं? क्या भारत में अब विपक्ष के नेता ही न्यायिक प्रक्रिया को संचालित करेंगे?”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शर्मा एक निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं और उनके खिलाफ कोई कानूनी आरोप नहीं है, फिर भी इस तरह की बयानबाज़ी से कांग्रेस पार्टी की ‘तानाशाही मानसिकता’ झलकती है।
कांग्रेस की ‘परिवारवादी राजनीति’ पर भाजपा का वार
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह आज भी परिवारवाद के घेरे में फंसी है और जब भी उनके परिवार के किसी सदस्य पर कानूनी कार्रवाई होती है, तो उसे “राजनीतिक साजिश” बताकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करती है।
सिन्हा ने कहा, “देश बदल चुका है। अब लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक परिवार को विशेष छूट नहीं मिल सकती। कांग्रेस को भी यह समझना होगा कि कानून सबके लिए बराबर है।”