मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मतदान हुआ संपन्न, जानें कितने प्रतिशत हुई वोटिंग

KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र और तमिलनाडु के इरोड (पूर्व) में बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ। भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 5 बजे तक इरोड (पूर्व) में 64.02% और मिल्कीपुर में 65.25% मतदान दर्ज किया गया। यह आंकड़ा 2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में अधिक है, जब मिल्कीपुर में 60% मतदान हुआ था।

मिल्कीपुर में सपा और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला

मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चंद्रभानु पासवान के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। इस चुनाव में कुल 10 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस चुनाव से दूरी बनाई है, जबकि कांग्रेस ने अपने गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन किया है।

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इस उपचुनाव की जरूरत तब पड़ी, जब 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा नेता अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद यह सीट खाली कर दी। सपा इस सीट को बरकरार रखना चाहती है, जबकि बीजेपी इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ रही है, क्योंकि 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अयोध्या जिले की मिल्कीपुर एकमात्र सीट थी, जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था।

मतदान के दौरान धांधली के आरोप

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदान के दौरान धांधली और फर्जी मतदान का आरोप लगाया। उन्होंने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से इस मामले का संज्ञान लेने की मांग की। अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” (पूर्व में ट्विटर) पर एक ऑडियो क्लिप साझा की, जिसमें कथित तौर पर पीठासीन अधिकारियों को फर्जी मतदान कराते हुए दिखाया गया।

सपा ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि मुस्लिम महिलाओं के बुर्के हटवाकर उनकी पहचान जांची गई, जिससे मतदाताओं में डर का माहौल बना। अखिलेश यादव ने प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि पुलिस मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही थी, जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे| बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सपा अपनी हार को देखते हुए बेबुनियाद आरोप लगा रही है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

कुल मतदाता और मतदान केंद्र

इस उपचुनाव में कुल 1.93 लाख पुरुष, 1.78 लाख महिला और 8 थर्ड जेंडर मतदाता थे। निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए कुल 255 मतदान केंद्र और 414 मतदान बूथ स्थापित किए थे। दिल्ली सहित अन्य विधानसभा उपचुनावों के परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या सपा अपनी सीट बचाने में कामयाब होगी या बीजेपी इस चुनाव को 2022 की हार का बदला लेने के मौके के रूप में भुना पाएगी।