TMC सांसद महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा ने की शादी, जर्मनी में लिया सात फेरे

KNEWS DESK – तृणमूल कांग्रेस (TMC) की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा और बीजू जनता दल (BJD) के वरिष्ठ नेता पिनाकी मिश्रा अब जीवनसाथी बन गए हैं। दोनों नेताओं ने जर्मनी में एक निजी समारोह में विवाह किया। सूत्रों के मुताबिक, यह शादी 30 मई को संपन्न हुई, जिसमें चुनिंदा लोग ही शामिल हुए।

महुआ मोइत्रा की यह दूसरी शादी है। इससे पहले वह डेनमार्क के फाइनेंसर लार्स ब्रोरसन के साथ विवाह बंधन में थीं, लेकिन बाद में उनका तलाक हो गया। वहीं, पिनाकी मिश्रा की यह भी दूसरी शादी है। उनकी पहली शादी 1984 में हुई थी और पहली पत्नी से उनके दो बच्चे हैं।

राजनीति में दमदार हस्तियां

महुआ मोइत्रा देश की सबसे मुखर और प्रभावशाली महिला सांसदों में गिनी जाती हैं। वह टीएमसी की ओर से पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से दूसरी बार लोकसभा पहुंची हैं। इससे पहले वह 2016 से 2019 तक करीमपुर से विधायक भी रह चुकी हैं। लोकसभा में उनके तार्किक भाषण और आक्रामक तेवरों ने उन्हें खास पहचान दिलाई है।

महुआ का जन्म 12 अक्टूबर 1974 को असम में हुआ था। उन्होंने अमेरिका के प्रसिद्ध माउंट होलोके कॉलेज (मैसाचुसेट्स) से अर्थशास्त्र और गणित में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले वह जेपी मॉर्गन चेस लंदन में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थीं, जिसे छोड़कर 2009 में राजनीति में कदम रखा।

पिनाकी मिश्रा – अनुभवी नेता और वकील

पिनाकी मिश्रा ओडिशा की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। वह पुरी लोकसभा सीट से बीजेडी के टिकट पर तीन बार सांसद रह चुके हैं। 1996 में उन्होंने पहली बार संसद में प्रवेश किया था। इसके बाद 2009, 2014 और 2019 में भी वह लोकसभा पहुंचे। हालांकि 2024 के आम चुनाव में उन्हें बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा से शिकस्त का सामना करना पड़ा।

पेशे से वकील पिनाकी मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है और सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की है। वह संसद में अपने कानूनी ज्ञान और संयमित भाषा के लिए जाने जाते हैं।

राजनीतिक गलियारों में हलचल

महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा की यह शादी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। जहां एक तरफ दोनों अलग-अलग दलों से हैं, वहीं दूसरी तरफ दोनों अपने-अपने क्षेत्र में अनुभवी और प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। इस शादी को सियासत से दूर एक निजी फैसला बताया जा रहा है, लेकिन इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।