KNEWS DESK- भारत और पाकिस्तान के बीच घोषित सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी पुरानी चालबाजियों को दोहराते हुए संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। बॉर्डर पर छिटपुट ड्रोन हमले और गोलीबारी से एक बार फिर तनाव का माहौल पैदा हो गया। हालांकि, भारतीय सेना ने पूरी सतर्कता और आक्रामकता के साथ तत्काल जवाबी कार्रवाई की, जिससे पाकिस्तान को एक बार फिर कड़ी चेतावनी मिल गई।
भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान की तरफ से बातचीत की पहल की गई थी। सीजफायर उल्लंघन के बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से हॉटलाइन पर संपर्क किया और बातचीत की पेशकश की। इस बातचीत में पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की अपील की, जो भारत की सैन्य सख्ती का प्रत्यक्ष परिणाम माना जा रहा है।
6-7 मई की दरम्यानी रात को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सीमापार मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर बड़ा हमला किया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8 मई को सीमित पलटवार किया, लेकिन भारत ने 9 मई को जवाबी एयर स्ट्राइक कर यह साफ कर दिया कि आतंकी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 10 मई को भी सीमा पर भारी गोलाबारी हुई, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान की चौकियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया।
भारत के सख्त रुख और सैन्य कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय कूटनीति भी सक्रिय हुई। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से फोन पर बात की। इसके बाद उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी संपर्क कर यह जानकारी साझा की कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत तभी संभव है जब पाकिस्तान अपने आचरण में सुधार लाए और सीजफायर का पूरी तरह पालन करे।