शताब्दी वर्ष तक प्रत्येक गांव तक किसी न किसी रूप में संघ की उपस्थिति होनी चाहिए: संघ प्रमुख मोहन भागवत

KNEWSDESK – सर संघ चालक मोहनराव भागवत ने अवत प्रांत और अवध प्रांत के सात विभागों की टोलियों के साथ बैठक की , इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई । आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख ने एक ओर जहां सामाजिक सद्भाव के कार्यक्रमों के माध्यम से दलित और मलिन बस्तियों को लेकर बैठ बढ़ाने को लेकर चर्चा की ,वहीं अन्य धर्मों के लोगों के साथ भी संपर्क और समन्वय बढ़ाने की भी बात की. इसमें मुस्लिम ,ईसाई , बौद्ध और पारसी आदि शामिल हैं ।

जानकारी के मुताबिक ,मोहनराव भागवत ने  सरस्वती शिशु मंदिर में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बैठक की जिसमें साप्ताहिक मिलन और मासिक मंडली का आयोजन और शताब्दी वर्ष तक अवध प्रांत के प्रत्येक गांव में शाखा  लगाने  पर चर्चा की गई।  आपको बता दें कि दलित और मलिन बस्तियों  में साप्ताहिक मिलन के कार्यक्रम शुरू करने की बात की ।  त्योहारो में भागीदारी  तय करने को कहा।

संघ प्रमुघ मोहन भागवत ने कहा – ऐसे स्वयंसेवक तैयार करें, जो इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकें

संघ प्रमुघ मोहन भागत ने कहा कि लगातार लोगों के बीच बैठकर उनसे संपर्क और समन्वय बनाएं । उसके बाद उन्हें संघ परिवार की जानकारी देते हुए शाखा से जोड़ें । शताब्दी वर्ष तक प्रत्येक गांव तक किसी न किसी रूप में संघ की उपस्थिति होनी चाहिए । और आगे कहा कि इसे स्थायित्व देने के लिए स्थानीय स्तर पर स्वयं सेवकों की टोलियां बनाएं । सेवा कार्यों का विस्तार तो हो रहा है , लेकिन आगे इन कार्यों को लगातार जारी रखने के लिए प्रमाणिक स्वयं सेवकों की जरूरत है । ऐसे स्वयंसेवक तैयार करें ,जो इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकें ।

संघ प्रमुख ने पूछे सवाल

संघ प्रमुख ने पूछा कि संघ के क्षेत्रीय अघिकारी प्रांत के क्षेत्र में प्रवास करते हैं या नहीं , प्रवास से पहले पूर्व सूचना देते हैं या नहीं । और उन्होंने आगे कहा कि संघ का काम किस तरह चल रहा है और उन्हें क्या करना चाहिए ।

 

 

 

 

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