KNEWS DESK- भारतीय सेना द्वारा आतंकवादियों के खात्मे के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच भारतीय सेना के डीआईजी श्रीधर पाटिल का नया बयान सामने आया है। भारतीय सेना के डीआईजी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि भारतीय सेना आतंकवादियों के नंबर देखकर नहीं बल्कि तब तक अभियान चलाएगी जबतक एक-एक आतंकी का खात्मा नहीं हो जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करते हुए भारतीय सेना के डीआईजी श्रीधर पाटिल ने बताया कि किश्तवाड़ में चल रहे अभियान के दौरान भारतीय सेना ने एनकाउंटर करते हुए तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सेना के ब्रिगेडियर जेबीएस राठी, कमांडर 5 सेक्टर असम राइफल्स मौजूद रहे।
डीआईजी ने बताया कि मारा गया जैश कमांडर सैफुल्लाह पिछले एक साल से चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय था और घाटी क्षेत्र में अशांति फैलाने व घुसपैठ कराने का काम कर रहा था। उन्होंने आगे कहा कि मारे गए आतंकियों के पास से एम4 राइफल, एके सीरीज राइफल, हथियार और गोला बारूद भी रिकवर किए गए हैं।
प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों और अलगाववाद की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सेना ने NH-44 पर सुरक्षा बढ़ा दी है। आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हथियारों की तस्करी के लिए इसी रूट का इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे में आतंकियों की ओर से कोशिश को नाकाम करने के लिए सेना की तरफ से दिन और रात में गश्त बढ़ा दी गई है। यहां के अति संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है, ताकि सुरक्षा की चूक होने से बचा जा सके। वहीं, संदिग्ध गाड़ियों की हर चेक पोस्ट पर तलाशी ली जा रही है।