KNEWS DESK – किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो पिछले 42 दिनों से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे, सोमवार शाम को उनकी तबीयत बिगड़ गई। प्रदर्शन स्थल पर मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि उनका ब्लडप्रेशर तेजी से गिरने लगा और इसमें उतार-चढ़ाव हो रहा है, जिससे डॉक्टरों ने चिंता जताई है।
डॉक्टरों ने दी जानकारी
दरअसल डॉक्टर अवतार सिंह, जो गैर सरकारी संगठन 5 रिवर्स हार्ट एसोसिएशन से जुड़े हैं, ने बताया कि उनका ब्लडप्रेशर 80/56 तक गिर गया था और इसमें उतार-चढ़ाव हो रहा है। अवतार सिंह ने कहा, “हम उनकी हालत को लेकर चिंतित हैं। उनका ब्लडप्रेशर तेजी से गिरा है और उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। हमने उन्हें कोई चिकित्सकीय सहायता देने में असमर्थता व्यक्त की है।” उन्होंने यह भी बताया कि स्थिति को थोड़ी देर के लिए बेहतर करने के लिए उनके पैरों को ऊपर किया गया, जिसके बाद रक्त प्रवाह में कुछ सुधार हुआ।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की मुलाकात
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक हाई पावर्ड कमेटी ने पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा पर आमरण अनशन पर बैठे 70 वर्षीय जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। कमेटी की अध्यक्षता पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश नवाब सिंह ने की। इस कमेटी ने जगजीत सिंह डल्लेवाल से चिकित्सा सहायता लेने की अपील की, लेकिन किसान नेता ने अपनी अनशन की स्थिति जारी रखने का निर्णय लिया।
किसान नेताओं की विभिन्न मांगें
जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसान नेता लंबे समय से MSP की कानूनी गारंटी और किसानों के अन्य मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उनका अनशन 26 नवंबर 2024 से जारी है। डल्लेवाल का यह अनशन कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य सरकार से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को सुनिश्चित करने की मांग करना है।
चिंता और समर्थन
किसान नेता की बिगड़ी तबीयत को लेकर किसानों, नेताओं और समर्थकों में चिंता बढ़ गई है। वहीं, डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति की निगरानी कर रही है और उनकी तबीयत में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।