KNEWS DESK- संसद के आगामी मानसून सत्र से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें संसद के दोनों सदनों के सुचारु और उत्पादक संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने की।
बैठक आज सुबह 11:00 बजे संसद भवन एनेक्सी के मुख्य समिति कक्ष में आयोजित की गई। इसका उद्देश्य राजनीतिक दलों के बीच संवाद और समन्वय को बढ़ावा देना था ताकि आगामी सत्र के दौरान संसद सुचारु रूप से कार्य कर सके।
मीडिया को संबोधित करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, “सरकार संसद में उठाए जाने वाले सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों और विधेयकों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। हम चाहते हैं कि संसद सकारात्मक माहौल में चले और जनता के मुद्दों पर सार्थक बहस हो।”
उन्होंने आगे बताया कि सरकार विपक्ष के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए लगातार संवाद कर रही है। “कल खरगे जी और राहुल गांधी के साथ मेरी अच्छी बैठक हुई। एक संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते, सभी दलों से संवाद बनाना मेरी जिम्मेदारी है,” उन्होंने कहा।
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं। ध्यान देने योग्य है कि 12 अगस्त से 18 अगस्त के बीच कोई बैठक नहीं रखी गई है। इस सत्र में कई महत्त्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा और उन्हें पारित किए जाने की संभावना है।
सरकार ने इस सत्र में कुल आठ नए विधेयक पेश करने की योजना बनाई है, जिनमें शामिल हैं-
- राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक
- भू-विरासत स्थल और भू-अवशेष (संरक्षण और रखरखाव) विधेयक
- खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक
इन विधेयकों का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में शासन, संरक्षण और निष्पक्षता को बढ़ावा देना है।
सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे संसद की गरिमा बनाए रखें और जनता के हित में सकारात्मक योगदान दें। यह बैठक सत्र-पूर्व परंपरा का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सत्र के दौरान राजनीतिक गतिरोध को टालना और विधायी कार्य को गति देना होता है।