शोपियां में आतंकियों के मददगारों की धरपकड़ तेज, दो मददगार धरे गए, हथियार बरामद

जम्मू- 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलों के बाद जांच कर रही जम्मू पुलिस और सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की धरपकड़ तेज कर दी। जहां बीतें दिनों शोपियां में 6 आतंकवादियों को ढेर करते हुए सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया, वहीं आज आतंकवादियों के 2 मददगारों को पकड़ा। बताया जा रहा है कि इनके पास से भी में हथियार और गोलाबारूद बरामद हुए हैं।

सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, विशेष अभियान समूह (एसओजी) और सीआरपीएफ 178 बटालियन ने जम्मू- कश्मीर के शोपियां जिले के डीके पोरा इलाके में एक संयुक्त अभियान चलाया. इस दौरान दो आतंकवादी सहयोगी पकड़े गए। सुरक्षा बलों ने उनके पास से दो पिस्तौल, चार ग्रेनेड, 43 जिंदा कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। शोपियां पुलिस ने मामला दर्ज कर उनके संबंधों और गतिविधियों की जांच कर रही है। यह कार्रवाई इलाके में गैरकानूनी, विध्वंसकारी गतिविधियों की चल रही जांच के संबंध में महत्वपूर्ण है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरों को बेअसर करने और शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए शोपियां पुलिस के समर्पण को उजागर करता है। एनएआई की रिपोर्ट के अनुसार 13 मई को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के केल्लर के शुकरू वन क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े तीन आतंकवादी मारे गए।

शोपियां पुलिस ने दी जानकारी

शोपियां पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि शोपियां के डीके पोरा इलाके में भारतीय सेना की 34RR SOG शोपियां, सीआरपीएफ 178 बटालियन के संयुक्त अभियान में दो आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया।

लश्कर से संपर्क में थे मददगार

इस मामले में, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत मगाम थाने में एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि गिरफ्तार किए गए लोग लश्कर के सक्रिय आतंकवादी आबिद कयूम लोन, पुत्र अब्दुल कयूम लोन, निवासी वुसन पट्टन के निकट संपर्क में थे, जो 2020 में पाकिस्तान भाग गया था और बाद में लश्कर संगठन में शामिल हो गया था।