बंगाल में सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर से हटाया बैन

बंगाल : फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ अब बंगाल में रिलीज होने जा रही है|बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिल्म केरला स्टोरी पर बैन लगाया था|लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा 18 मई को हुई सुनवाई में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के सामने बंगाल सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी और फिल्म के प्रोड्यूसर  वकील हरीश साल्वे ने अपनी बातें आमने – सामने रखी हैं|

फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बड़ी राहत मिल गई है| सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की सरकार को  झटका देते हुए इस फिल्म पर लगा बैन हटा दिया है| CJI का कहना है, कि हम पश्चिम बंगाल के ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने के फैसले पर रोक लगाएंगे|इसी के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ पर लगे बैन को हटा दिया है|

CJI ने विस्तार से बताते हुए कहा कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से मिले सर्टिफिकेट के मामले पर हम गर्मियों की छुट्टियों के बाद सुनवाई करेंगे|  उन्होंने आगे कहा कि थिएटर को सुरक्षा मुहैया कराना राज्य सरकार का काम है| अब बंगाल में फिल्म को लेकर अगली सुनवाई 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होगी|आज यानी कि 18 मई को हुई सुनवाई में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के सामने पश्चिम बंगाल सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी और फिल्म के प्रोड्यूसर के वकील हरीश साल्वे ने अपनी बाते आमने – सामने रखी हैं|

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अदालत में सुनवाई के बीच ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने की मांग वालों में शामिल एक याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि फिल्म को असली जैसा प्रोजेक्ट किया गया है, और डिस्क्लेमर में कुछ और है| ऐसा नहीं किया जा सकता| इस बात पर CJI ने फिल्म प्रोड्यूसर के वकील हरीश साल्वे से पूछा, कि यह 32000 के आंकड़े को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है| इसके बारे मे बताइए| साल्वे ने कहा कि कोई प्रामाणिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है कि घटनाएं हुई हैं| यह विरोध का विषय नहीं है| इसके बाद CJI बोले, ‘लेकिन यहां फिल्म कहती है कि 32000 महिलाएं गायब हैं|फिल्म में एक डायलॉग है| साल्वे ने उत्तर दिया कि हम डिस्क्लेमर में ये दिखाने  के लिए तैयार है कि कोई प्रामाणिक डेटा इसपर उपलब्ध नहीं है|

फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने वाली बात को लेकर उठ रहे विरोध पर पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि दंगे की आशंका के मद्देनजर प्रतिबंध लगाया गया था| इसके जवाब में सीजेआई ने कहा कि कानून व्यवस्था कायम रखना राज्य की जिम्मेदारी है|

प्रोड्यूसर की तरफ से हरीश साल्वे ने जबाव दिया कि फिल्म के टीजर, जिसमें 32000 लड़कियों को निशाना बनाए जाने वाली बात थी, उसे हटा लिया गया है| केरल हाईकोर्ट ने भी फिल्म पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था|केरल हाईकोर्ट ने भी ऑर्डर में ये बात लिखी है|
सीजेआई ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कायम रखना भी राज्य की जिम्मेदारी है|

सिंघवी ने कहा कि फिल्म 5 मई से 8 मई तक चली, हमने इसे बंद नहीं किया|हमने सुरक्षा मुहैया कराई थी| खुफिया रिपोर्ट से गंभीर खतरे की जानकारी मिली|उन्होंने आगे कहा कि यह बड़ी चालाकी से फिल्म में बताया गया है, कि ये सच्ची घटनाओं पर आधारित नहीं है, जबकि इसी फिल्म में उसके बाद दो बार सच्ची घटना बताई गई हैं|सीजेआई बहेस करते हुए बोले, ‘आप लोगों की असहिष्णुता के आधार पर फिल्म बैन करने लगे, तो लोग सिर्फ कार्टून या खेल ही देख पाएंगे|

सुप्रीम कोर्ट ने बोला कि जब पूरे देश में फिल्म चल सकती है तो पश्चिम बंगाल में क्या समस्या है? अगर किसी एक जिले में कानून व्यवस्था की समस्या है तो वहां फिल्म बैन करिए| सीजेआई ने कहा कि एक जिले में समस्या होगी तो सभी जगह प्रतिबंध नहीं लगाया जाता है| यह जरूरी नहीं कि सभी जगह डेमोग्राफिक समस्या एक जैसी हो|उत्तर में अलग है, दक्षिण में अलग है| आप मूल अधिकार को इस तरह से छीन नहीं सकते| सीजेआई आगे कहा कि राज्य की शक्ति का प्रयोग आनुपातिक होना चाहिए किसी भी प्रकार की असहिष्णुता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता| लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी का मौलिक अधिकार किसी की भी भावना के सार्वजनिक धरना प्रदर्शन के आधार पर निर्धारित नहीं किया जा सकता है|भावनाओं के सार्वजनिक प्रदर्शन को नियंत्रित करना होगा, आपको यह पसंद नहीं है तो इसे मत देखो|

♦ मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने क्यों लगाया गया था बैन…?

ममता बनर्जी ने ‘द केरल स्टोरी’ को बैन करने का आदेश 8 मई को दिया था| ममता ने राज्य के चीफ सेक्रेटरी को कहा कि बंगाल के थिएटरों से फिल्म को हटाया जाए| जानकारी मिली थी, कि मुख्यमंत्री ने ये फैसला बंगाल में शांति बनाए रखने के लिए किया है| जिससे बंगाल में हिंसा और क्राइम जैसा विवाद ना हो|इसी के चलते ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप भी लगाया था|ममता बेनर्जी ने कहा था कि बीजेपी सरकार मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली बंगाल फाइल्स बनाने के लिए फिल्मकारों को पैसे दे रही है| उन्होंने आगे कहा था कि बीजेपी, ‘द केरल स्टोरी’ नाम की फिल्म दिखा रही है, जिसकी कहानी मनगढ़ंत है| कुछ दिनों पहले इनके भेजे एक्टर्स बंगाल आए थे और वो मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली फिल्म बंगाल फाइल्स की तैयारी कर रहे हैं|

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