KNEWS DESK, श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके इन दिनों भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान वह बिहार पहुंचे और ऐतिहासिक महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना की। महाबोधि मंदिर 1500 साल पुराना है और यह बौद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति का पहला विदेश दौरा
आपको बता दें कि अनुरा कुमार दिसानायके का यह पहला विदेश दौरा है, जो उन्होंने राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद किया है, और भारत को इस यात्रा के लिए उन्होंने चुना। अपने भारत दौरे के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और विभिन्न मंत्रियों से मुलाकात की है। इस यात्रा में उन्होंने भारत-श्रीलंका के रिश्तों को और मजबूती देने की बात भी की।
महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना
राष्ट्रपति दिसानायके ने बिहार के गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद सीधे महाबोधि मंदिर का रुख किया। गया एयरपोर्ट पर बिहार सरकार के मंत्री री प्रेम कुमार और संतोष कुमार सुमन समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। महाबोधि मंदिर के पास स्थित पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे श्रीलंका के राष्ट्रपति ने खास पूजा अर्चना की और वहां फूल चढ़ाए। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित धर्म घंटी भी बजाई और भगवान बुद्ध से जुड़े अन्य स्थानों के दर्शन किए। मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को विशेष रूप से कड़ा किया गया था, ताकि राष्ट्रपति की यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।
महाबोधि मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
महाबोधि मंदिर गया जिले में स्थित है और यह बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यही वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति हुई थी। महाबोधि मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, और यह स्थल दुनियाभर से बौद्ध तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। महाबोधि मंदिर का ऐतिहासिक महत्व न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए है, बल्कि यह स्थल पूरे विश्व में शांति और ज्ञान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था
राष्ट्रपति की यात्रा को देखते हुए महाबोधि मंदिर और उसके आसपास व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। बिहार पुलिस और विशेष सुरक्षा दल के जवानों ने मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों की निगरानी की ताकि किसी भी अप्रिय घटना न हो।