KNEWS DESK- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मामले पर पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू पर तंज कसा था, जिसे लेकर अब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पलटवार किया| उन्होंने कहा- अमित शाह को इतिहास की जानकारी नहीं है, वो सिर्फ मुद्दों को भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं| असली मुद्दा तो जातीय जनगणना और केंद्र में ओबीसी अधिकारी वाला है|
राहुल गांधी ने कहा, जवाहर लाल नेहरू ने अपनी जिंदगी इस देश के नाम कर दी| सालों तक जेल में रहे| अमित शाह को इतिहास नहीं पता है| वो इसे रि-राइट करने की कोशिश कर रहे हैं और मुद्दों को भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं| असली मुद्दा तो जातीय जनगणना है| पीएम ओबीसी हैं लेकिन केंद्र सरकार के 90 सचिवों में से सिर्फ तीन ओबीसी क्यों हैं? हम ओबीसी की भागीदारी और जातीय जनगणना के मुद्दे पर बने रहेंगे|
बता दें, संसद में जम्मू-कश्मीर आरक्षण विधेयक 2023 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2023 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पेश किए जाने के बाद इस पर चर्चा हुई| जहां अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की समस्या के लिए पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेवार ठहराया|
अमित शाह ने कहा, हमारी सेना जीत रही थी और दुश्मन देश की सेना पीछे हट रही थी| उस वक्त अगर नेहरू जी दो दिन और रुक जाते और सीजफायर नहीं करते तो पूरा कश्मीर आज हमारा होता| देश में 550 रियासतों का विलय हुआ कहीं भी धारा 370 नहीं लगी| जम्मू-कश्मीर जवाहर लाल नेहरू देख रहे थे तो वहीं क्यों लगी? तीन परिवारों ने अपने फायदे के लिए जम्मू-कश्मीर के एसटी समुदाय को उनके अधिकारों से वंचित रखा|
उन्होंने आगे कहा, सभी जानते हैं कि कश्मीर के विलय में देरी इसलिए हुई क्योंकि शेख अब्दुल्ला को विशेष स्थान देने का आग्रह था| देरी की वजह से पाकिस्तान को आक्रमण करने का मौका मिला| जवाहर लाल नेहरू ने सिर्फ एक जम्मू-कश्मीर का काम देखा और वो भी आधा छोड़कर चले आए थे| कश्मीर का मामला यूएन में लेकर चले गए, लेकर ही नहीं जाना था| अगर लेकर भी चले गए तो अनुच्छेद 51 के तहत क्यों लेकर गए| देश की जनता अब समझ चुकी है कि कश्मीर के सवाल के मूल में जवाहर लाल नेहरू जी की गलतियां थीं|