KNEWS DESK- दिल्ली चलो मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों में जोश बरकरार रखने और मेल जोल बढ़ाने के मकसद से वॉलीबॉल मैच कराए जा रहे हैं। 13 फरवरी से किसान एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी समेत अपनी कई मांगों पर अड़े हुए हैं। ऐसे में तनावपूर्ण माहौल को हल्का करने के लिए प्रदर्शन की जगह पर अस्थायी वॉलीबॉल नेट लगाए गए और किसानों ने दोस्ताना मैच भी खेले।
किसानों को मनोरंजन का ये तरीका काफी पसंद आ रहा है। उनके मुताबिक इससे न सिर्फ खुद को तरोताजा करने में मदद मिलती है बल्कि प्रदर्शनकारियों के बीच आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। इस पहल का मकसद विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं की फिटनेस बरकरार रखना और उन्हें चुस्त दुरूस्त रखना है।
प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर प्वाइंटों पर डटे हुए हैं क्योंकि सुरक्षा बलों ने उनके ‘दिल्ली चलो’ मार्च को रोक दिया था। किसानों ने 13 फरवरी को अपना मार्च शुरू किया था, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर शंभू और खनौरी बॉर्डर प्वाइंटों पर झड़पें हुईं।
बीकेयू जसप्रीत सिंह ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि “नौजवानों को प्रेरित करने के लिए यहां वॉलीबॉल के लिए नेट लगाया गया है। बहुत ही अच्छा प्रोग्राम चल रहा है और नौजवान जो ट्रॉलियों में खाली बैठे थे उनके लिए उत्साह आया है। तो ये उत्साह आना चाहिए। नौजवानों को नशे को छोड़कर ये खेल की और बढ़ना चाहिए, तो अच्छा उत्साह है। अब देखेंगे यहां वॉलीबॉल, कबड्डी सब कुछ चलेगा, हम आ गए हैं और मोदी को भी हम इसी मैदान में लाएंगे।”
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