KNEWS DESK – कांग्रेस महासचिव और वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह पहली बार हो रहा है जब कोई सरकार देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। तीन दिवसीय वायनाड दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “आज जो लड़ाई हम लड़ रहे हैं, वह सिर्फ कांग्रेस की विचारधारा की नहीं, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने की लड़ाई है।”
मानव-पशु संघर्ष पर जताई चिंता
वायनाड में हाल के दिनों में मानव-पशु संघर्ष का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है। इस पर बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह केंद्र और राज्य सरकारों से अधिक धन आवंटित करने की मांग करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं पहले भी इस मुद्दे को उठा चुकी हूं और आगे भी इसे प्रमुखता से उठाती रहूंगी। मानव-पशु संघर्ष कोई साधारण समस्या नहीं है, इसका प्रभाव स्थानीय निवासियों और किसानों पर बहुत ज्यादा पड़ता है। इसे हल करने के लिए हमें बेहतर निगरानी प्रणाली और अधिक संसाधन जुटाने की जरूरत है।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों से इस समस्या के समाधान के लिए धन प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगी और स्थानीय प्रशासन को समर्थन देंगी। उन्होंने कहा, “बेहतर सुरक्षा उपायों, वन रक्षकों और चौकीदारों की तैनाती के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराना जरूरी है। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि इस समस्या का हल जल्द निकाला जाए।”
ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क अभियान
प्रियंका गांधी ने वायनाड में पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक की और उन्हें 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि “भाजपा सरकार आम जनता की समस्याओं को अनदेखा कर रही है, लेकिन कांग्रेस उनके हक की लड़ाई जारी रखेगी।” इस दौरान प्रियंका गांधी जंगली जानवरों के हमलों में मारे गए लोगों के परिवारों से भी मिलीं और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की।
क्या कांग्रेस फिर से मजबूत हो रही है?
लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी की जीत के बाद यह उनका दूसरा वायनाड दौरा है। उनकी सक्रियता को कांग्रेस की राजनीतिक मजबूती के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रियंका गांधी का यह आक्रामक रवैया कांग्रेस को आगामी चुनावों में फायदा पहुंचा पाएगा या नहीं। लेकिन इतना तय है कि वायनाड की जनता उनके नेतृत्व से उम्मीदें लगाए हुए है।