KNEWS DESK, भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर का अंतरिक्ष यान अब धरती की ओर लौट रहा है। दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष स्टेशन से वापस आ रहे हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की बेटी सुनीता विलियम्स के लिए एक प्रेरणादायक पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि भले ही वह हजारों मील दूर हों, लेकिन भारतीयों के दिलों में वह हमेशा करीब रहेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को भेजे गए अपने पत्र में लिखा, “भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिल के करीब हैं।” केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, “जहां पूरी दुनिया सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रही है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की इस बेटी के लिए अपनी चिंता व्यक्त की है।”
सुनीता विलियम्स ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया
प्रधानमंत्री मोदी के पत्र को पाकर सुनीता विलियम्स बहुत अभिभूत हुईं और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भारत के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से यह पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने भारत के लोगों की शुभकामनाओं और उनकी सुरक्षित वापसी की कामना की।
https://x.com/DrJitendraSingh/status/1901914697504637296
नासा ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित लैंडिंग की पुष्टि की है। रविवार को नासा ने एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि दोनों अंतरिक्ष यात्री कल शाम 5:57 बजे लैंड करेंगे, जो भारतीय समयानुसार बुधवार की सुबह साढ़े तीन बजे होगा। नासा ने भी लैंडिंग के दौरान मौसम की अनुकूल स्थिति की निगरानी रखी है।
सुनीता का स्पेस मिशन और तकनीकी खराबी
सुनीता विलियम्स का क्रू-9 मिशन केवल 8 दिनों का था, लेकिन उनके बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खराबी आ गई। नासा ने सुरक्षा कारणों से स्टारलाइनर को खाली लौटाने का फैसला लिया। इसके बावजूद, सुनीता ने अंतरिक्ष में 9 महीने से अधिक समय बिताया और अपने शरीर को फिट रखने के लिए जमकर वर्कआउट किया।
सुनीता विलियम्स का मिशन और उनकी वापसी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए गर्व का क्षण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके प्रति अपने प्यार और आभार को पत्र के माध्यम से व्यक्त किया, जिससे यह साबित हुआ कि अंतरिक्ष में हमारी बेटी भारतीयों के दिलों में हमेशा बसती हैं।