तैयारीः भारत को मजबूत करने के लिए 2026 तक रूस देगा बचे हुए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम

डिजिटल डेस्क- भारत-पाक तनाव के बीच अपने शौर्य का परिचय देने वाले एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर अच्छी खबर सामने आ रही है। रूस से समझौते के तहत बचे हुए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को वर्ष 2026 के अंत तक भारत को सौंपने की तैयारी चल रही है। भारत को बचे हुए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम मिलने के बाद भारतीय सेना और मजबूत हो जाएगी और दुश्मनों को मुंह तोड़ जबाव देगी। रूस की तरफ से उप मिशन प्रमुख रोमन बाबुश्किल ने इसकी पुष्टि की है।

रूस के मिशन प्रमुख ने की पुष्टि

भारत में रूस के उप मिशन प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि हालिया भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान S-400 प्रणाली ने “बहुत प्रभावी ढंग से” काम किया। बाबुश्किन ने कहा, ‘हमें पता चला है कि S-400 ने हालिया टकराव में काफी कुशलता से प्रदर्शन किया. हम वायु रक्षा और एंटी-ड्रोन प्रणालियों में भारत के साथ सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे बताया कि कि पांच यूनिट के लिए हुए 5.43 अरब डॉलर के समझौते में से तीन स्क्वाड्रन पहले ही भारत को सौंपे जा चुके हैं और बाकी दो समयबद्ध तरीके 2025-26 तक भेजे जाएंगे।

ये हैं S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खासियत

S-400 Triumf (जिसे SA-21 Growler भी कहा जाता है) रूस का एक अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे खास तौर पर विमान, मिसाइल और अन्य एयर-थ्रेट्स को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सिस्टम बहुत शक्तिशाली और प्रभावी है। S-400 सिस्टम एक साथ विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को ट्रैक और नष्ट कर सकता है। यह एयरक्राफ्ट्स, क्रूज मिसाइल्स, बैलिस्टिक मिसाइल्स और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल्स (ICBMs) को निशाना बना सकता है। इसका मल्टी-लेवल थ्रेट डिफेंस बेहद प्रभावी है। S-400 के पास लंबी दूरी से लक्ष्यों को नष्ट करने की क्षमता है। यह 400 किलोमीटर तक की दूरी पर एयरक्राफ्ट्स और 300 किलोमीटर तक की दूरी पर मिसाइल्स को नष्ट कर सकता है। इससे यह सिस्टम बहुत ही प्रभावी बनता है क्योंकि यह दुश्मन के क्षेत्र में प्रवेश किए बिना ही उसे नष्ट कर सकता है। S-400 को एक साथ कई लक्ष्यों की पहचान और उन्हें निशाना बनाने की क्षमता दी गई है। यह सिस्टम एक साथ 80-100 लक्ष्यों को ट्रैक करने और 10-12 लक्ष्यों को एक साथ नष्ट करने में सक्षम है। यह हाई स्पीड और मल्टी-ट्रैकिंग में भी सक्षम है। S-400 के पास अत्याधुनिक रडार सिस्टम होते हैं, जो लो-रेंज, मीडियम-रेंज, और हाई-रेंज के मिसाइलों और एयरक्राफ्ट्स को ट्रैक कर सकते हैं। इसका 50N6E रडार और 91N6E रडार इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं, जो स्वचालित पहचान, ट्रैकिंग और निशाना बनाने में सक्षम हैं। S-400 एक मल्टी-लेयर डिफेंस सिस्टम है, जिससे यह एक ही समय में अलग-अलग प्रकार के खतरों से निपट सकता है। इससे दुश्मन की किसी भी रणनीतिक या टेक्निकल हमले को नाकाम किया जा सकता है।