पाकिस्तान के भीतर घुसकर किए सटीक हमले, ऑपरेशन सिंदूर पर CDS जनरल अनिल चौहान का बड़ा खुलासा

KNEWS DESK – भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस सैन्य अभियान में भारत ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बदलाव किए और पाकिस्तान के अंदर घुसकर हवाई ठिकानों पर सटीक हमले किए। उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत-पाक युद्ध के दौरान परमाणु हमले का कोई खतरा नहीं था। जनरल चौहान ने यह बयान एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में दिया।

पाकिस्तान के अंदर घुसकर किया हमला

सीडीएस चौहान ने बताया कि शुरुआती दौर में भारत को नुकसान जरूर हुआ, लेकिन जल्दी ही सेना ने रणनीति में बदलाव किया, जो बेहद सफल रहा। उन्होंने कहा, “हमने बिना किसी रुकावट के पाकिस्तान के भीतर घुसकर उनके हवाई अड्डों और ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने 10 मई को फुल आर्मामेंट के साथ एयर स्ट्राइक की।” इस कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को चकमा देकर गहरे अंदर तक जाकर हमले किए।

रणनीति में सुधार से मिली बड़ी सफलता

जनरल चौहान ने कहा कि भारतीय सेना ने अपनी रणनीतिक गलतियों की पहचान की और उन्हें तुरंत सुधारा। दो दिन के अंदर भारतीय वायुसेना ने फिर से लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम विमानों के साथ मिशन दोहराया, जिससे पाकिस्तान को बड़ा नुकसान हुआ।

उन्होंने दावा किया,“हमने पाकिस्तान के हाई-सिक्योरिटी एयरबेस पर 300 किलोमीटर अंदर तक जाकर, केवल 1 मीटर की सटीकता से टारगेट को निशाना बनाया।”

जब उनसे पाकिस्तान द्वारा छह भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराने के दावे के बारे में पूछा गया, तो जनरल चौहान ने कहा, “यह पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जनता को खुश करने के लिए यह झूठ फैलाया। इसकी कोई स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।”

परमाणु युद्ध का कोई खतरा नहीं

जनरल चौहान ने परमाणु हथियारों को लेकर फैलाई गई अफवाहों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “इस संघर्ष के दौरान कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का खतरा नहीं था। ये कहना कि दोनों देश इसके करीब पहुंच गए थे, बिल्कुल बेबुनियाद है।”

उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस बयान पर भी टिप्पणी करने से इनकार किया, जिसमें ट्रम्प ने दावा किया था कि अमेरिका ने भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध को टालने में मदद की।

आगे क्या होगा?

जनरल चौहान ने कहा कि आगे की कार्रवाई पाकिस्तान के रवैये पर निर्भर करेगी। उन्होंने संकेत दिया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद और उकसावे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने दोहराया, “शत्रुता समाप्त करने की प्रक्रिया जारी है, लेकिन अगर पाकिस्तान फिर से कोई दुस्साहस करता है, तो भारत पहले से कहीं ज्यादा तैयार है।”