न्यूयॉर्क सिटी में जोहरान ममदानी की जीत पर छिड़ा सियासी घमासान, कंगना रनौत और अभिषेक मनु सिंघवी ने बोला हमला

KNEWS DESK-  भारतीय मूल के अमेरिकी राजनेता जोहरान ममदानी इन दिनों सुर्खियों में हैं। वजह है, न्यूयॉर्क सिटी के मेयर प्राइमरी चुनाव में मिली उनकी बड़ी जीत। लेकिन इस जीत के बाद जहां कई लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं, वहीं भारत में इस पर राजनीतिक और वैचारिक बहस भी तेज हो गई है।

सबसे तीखी प्रतिक्रिया आई बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की तरफ से। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर करते हुए जोहरान ममदानी पर हमला बोला और कहा कि “उनका नाम भारतीय से ज्यादा पाकिस्तानी लगता है।”

कंगना ने लिखा, “जोहरान ममदानी की मां मीरा नायर हैं, जो भारत की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मकारों में से एक हैं और जिन्हें पद्मश्री से नवाजा गया है। मीरा जी ने युगांडा के गुजराती मूल के लेखक महमूद ममदानी से शादी की। जाहिर तौर पर बेटे का नाम जोहरान है, जो भारतीय से ज्यादा पाकिस्तानी लगता है।”

कंगना ने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें यह दावा किया गया कि जोहरान ममदानी ने टाइम्स स्क्वायर पर एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जिसमें हिंदू विरोधी भावनाएं दिखाने का आरोप लगाया गया है। कंगना ने कहा, “अब ये हिंदू धर्म को मिटाने के लिए तैयार हैं, वाह! हर जगह एक ही कहानी है।”

इस मुद्दे पर सिर्फ कंगना रनौत ही नहीं, बल्कि कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा “जब जोहरान ममदानी बोलते हैं, तो पाकिस्तान की पीआर टीम छुट्टी पर चली जाती है। भारत को उनके जैसे ‘सहयोगियों’ वाले दुश्मनों की जरूरत नहीं है।”

जोहरान ममदानी कौन हैं?

  • जन्म: 18 अक्टूबर 1991, कंपाला, युगांडा

  • माता-पिता: मीरा नायर (भारतीय फिल्मकार) और महमूद ममदानी (युगांडा के भारतीय मूल के लेखक)

  • परवरिश: न्यूयॉर्क शहर में

  • राजनीतिक पार्टी: डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका (DSA)

  • कार्य: न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य, अब न्यूयॉर्क सिटी मेयर पद के लिए प्राइमरी जीत चुके हैं

जोहरान ममदानी ने अपने भाषणों में बार-बार कहा है कि वे सामाजिक न्याय, अल्पसंख्यक अधिकार और फेयर इकॉनमी के पक्षधर हैं। भारत में उठी आलोचनाओं पर उन्होंने फिलहाल कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि उनकी विचारधारा को “पाकिस्तानी एजेंडा” कहना सरासर गलत है।

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