KNEWS DESK : भारत में जिन लोगों की सैलरी इनकम टैक्स स्लैब के दायरे में आती है उन्हें टैक्स देना पड़ता है, लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जहां के लोगों को एक रुपये भी टैक्स नहीं देना पड़ता है.
देश के नागरिकों को अपनी कमाई का एक निश्चित हिस्सा इनकम टैक्स (Income Tax0 के रूप में सरकार को देना पड़ता है. यदि टैक्स स्लैब के हिसाब से आपको अपनी सैलरी पर इनकम टैक्स देना ही ना पड़े तो आप 10-30 फीसदी तक अधिक बचत कर पाएंगें. जरा सोचिए अगर आपको अपनी इनकम पर कोई टैक्स (Income Tax Return) न भरना हो तो कितनी राहत की बात होगी. क्योंकि इनकम टैक्स का बोझ हर सैलरीड क्लास पर होता है. अक्सर लोग टैक्स बचाने (Tax Saving) के लिए तरह-तरह की सेविंग्स स्कीम में निवेश करने या अपनी आय को किसी तरह करने दिखा में लगे रहते हैं. लेकिन ये जानकर आपको हैरानी जरूर होगी कि देश का एक ऐसा भी राज्य है जहां लोगों की कमाई चाहे जितनी भी हो लेकिन उन्हें 1 भी रुपया टैक्स के रूप में भुगतान नहीं करना पड़ता है.
जिस राज्य के लोगों को इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है उस राज्य का नाम है सिक्किम. देश के पूर्वोत्तर हिस्से में स्थित सिक्किम राज्य अपनी खूबसूरती के लिए देश और दुनिया में जाना जाता है. इस राज्य के लोगों को टैक्स न देने की छूट मिली हुई है. खास बात ये है कि इस राज्य के 95 फीसदी लोगों को 1 रुपये भी इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है.
इसका कारण ये है कि राज्य के भारत संघ में विलय के वक्त भारत सरकार ने राज्य के लोगों को टैक्स देने से छूट की सुविधा दी थी. राज्य को आर्टिकल 371A के तहत एक विशेष राज्य का दर्जा मिला है. इस कारण इस राज्य में दूसरे प्रदेश के लोग प्रॉपर्टी भी नहीं खरीद सकते हैं. वहीं, इस राज्य के मूल निवासियों को इनकम टैक्स 1961 की धारा 10 (26AAA) के तहत इनकम टैक्स देने से छूट का लाभ मिलता है.
इनकम टैक्स की छूट के साथ ही बाजार नियामक सेबी भी सिक्किम के निवासियों को पैन कार्ड के यूज पर छूट दी है. भारत के अन्य राज्य के लोगों को मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए पैन कार्ड आवश्यक है, लेकिन सिक्किम के लोग बिना पैन कार्ड के भी शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं.