SHIV SHANKAR SAVITA- मंगलवार शाम जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने 27 पर्यटकों को धर्म के आधार पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश पनपने लगा। हर तरफ पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। हर कोई मोदी सरकार से कड़े फैसले की उम्मीद लगाए टकटकी निगाहों से देखने लगा। इसी बीच हमले की सूचना मिलते ही गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और मोर्चा संभाला। हमले की सूचना मिलते ही दो दिवसीय सऊदी अरब यात्रा पर गए पीएम मोदी ने अपनी यात्रा बीच में ही खत्म करते हुए वापस देश लौट आये।
मंगलवार को हुए हमले के बाद से भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर को सील करते हुए आतंकियों की धरपकड़ के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया। इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच जारी करते हुए 20 लाख का इनाम रखा। इन्हीं ऊहापोह कि स्थिति और घटनाक्रम में बुधवार का दिन भी बीत गया, लेकिन शाम 6 बजे से शुरू हुई CCS की बैठक के बाद भारतीयों को कुछ शांति मिली जब बैठक के दौरान लिए गए फैसले सार्वजनिक किए गए।
सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित
पाकिस्तान के घमंड को तोड़ने वाला फैसला CCS की बैठक में लिया गया। भारत सरकार ने वर्ष 1960 से जारी सिंधु जल समझौता खत्म करने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बात पाकिस्तान को मिलने वाला 80% पानी रोक दिया जाएगा। इससे पाकिस्तान में पानी के लिए त्राहिमाम मच जाएगा और पाकिस्तान सरकार वहां की आवाम के दवाब में घुटने टेकने के लिए मजबूर हो जाएगी।
अटारी-वाघा बॉर्डर सील
एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 01 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
पाकिस्तानी वीजा रद्द, पाक नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के निर्देश जारी
पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाएगा। एसवीईएस वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।
भारत ने पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास से बुलाए भारतीय अधिकारी
नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। पाकिस्तान में मौजूद भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा/नौसेना/वायु सलाहकारों को भारत वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी दोनों उच्चायोगों से वापस बुलाया जाएगा।
पाकिस्तान दूतावासों के कर्मचारियों की संख्या की गई कम
उच्चायोगों की कुल संख्या को वर्तमान 55 से घटाकर 30 किया जाएगा, जिसे 01 मई 2025 तक और कम किया जाएगा।