KNEWS DESK – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में किए गए एयरस्ट्राइक को लेकर देश की राजनीति में दुर्लभ एकजुटता देखने को मिली। इस सैन्य कार्रवाई के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े होने का संकल्प दोहराया।
सेना की कार्रवाई की सर्वसम्मति से सराहना
बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी, हालांकि ऑपरेशनल डिटेल्स साझा नहीं की गईं। उन्होंने सभी दलों को आश्वस्त किया कि सेना पूरी मुस्तैदी से देश की रक्षा में जुटी है। इस पर विपक्ष समेत सभी दलों ने सेना के साहस और प्रतिबद्धता की सराहना की।
खड़गे का पीएम मोदी पर सवाल, लेकिन समर्थन भी
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैरमौजूदगी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “पीएम को यहां होना चाहिए था, यह देशहित का विषय है, न कि राजनीतिक मंच।” हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से यह भी कहा, “जो काम कर रहे हैं, करते रहिए, हम आपके साथ हैं।”
खड़गे ने बैठक में राफेल विमान को लेकर पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए दावे का भी जिक्र किया, लेकिन इस पर सरकार से तत्काल जवाब नहीं मांगा गया।
राहुल गांधी बोले – यह एकता का समय
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाते हुए कहा, “हम एकजुट हैं और शुरुआत से ही सरकार के साथ हैं। हां, कुछ चिंताएं हैं, लेकिन यह समय एकजुटता दिखाने का है।” उन्होंने बताया कि बैठक में सभी नेताओं को बोलने के लिए 4-5 मिनट का समय दिया गया और सभी दलों ने सरकार के कदमों का समर्थन किया।
अन्य दलों ने भी जताया भरोसा
सपा, एनसीपी और एआईएमआईएम सहित कई विपक्षी दलों ने भी प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया, लेकिन उन्होंने एक सुर में यह कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम सरकार के साथ हैं।”
ओवैसी और सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया पर वायरल उस पोस्ट का मुद्दा भी उठाया जिसमें भारत के एक फाइटर जेट के बठिंडा में गिरने का दावा किया गया था।
रिजिजू बोले – ऑपरेशन अभी जारी, राजनीति न हो
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है, इसलिए विस्तृत जानकारी अभी साझा नहीं की गई है। सभी दलों ने परिपक्वता का परिचय दिया है और दिखाया है कि भारत एक मजबूत लोकतंत्र है।” उन्होंने फेक न्यूज पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि “ऐसी झूठी खबरें राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचा सकती हैं।”