इंडियन ऑयल ने किया अनूठे सौर चूल्हे का अविष्कार, खाना बनाना हुआ आसान..

सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने एक शानदार सोलर चूल्हे को तैयार किया है, जो सौर उर्जा की मदद से चलता है। इस सोलर चूल्हे का नाम सूर्य नूतन रखा गया है। इस सोलर स्टोव को आप अपने किचन में रखकर आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।

आज बेंगलुरु में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए। इस दौरान उन्होंने एक अनूठे चूल्हे का जायजा लिया। ये चूल्हा चलता सौर ऊर्जा से ही है लेकिन,  इसमें खाना बनाने के लिए चूल्हे को धूप में रखने की जरुरत नहीं है।

सोलर कुकिंग सिस्टम सब से अलग

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने जिस सोलर कूकर का अविष्कार किया है, उसका इस्तेमाल घर के अंदर मतलब, आप अपने किचन में कर सकते हैं। इस सौर चूल्हे को रिचार्ज किया जा सकता है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है।

चार लोगों के लिए पकेगा तीन बार खाना

आईओसी के इस चूल्हे में एक केबल लगी होती है। यह केबल छत पर लगी हुई सोलर प्लेट से जुड़ी होती है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक पहुंचती है। इस ऊर्जा से ही चूल्हा चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर करती है। इस ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। इस चूल्हे से चार लोगों वाले परिवार के लिए तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है।

सरकारी मदद मिलने पर चूल्हा होगा सस्ता

इसकी कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच हो सकती है। यदि इस पर सरकारी मदद मिलती है तो इसके बाद चूल्हे की कीमत घटकर 10,000 रुपये से 12,000 रुपये के बीच आ सकती है। इस चूल्हे की लाइफ 10 साल है। यानी आपको एक बार खर्च करना है और फिर कोई दूसरा खर्चा नहीं है।

सोलर प्लेट से चलेगा चूल्हा

अभी तक और सौर ऊर्जा से चलने वाले कुकर को धूप में रखना पड़ता था लेकिन यह चूल्हा सौर कुकर (Solar Cooker) से अलग है। अलग इसलिए, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है। इस चूल्हे को फरीदाबाद में आईओसी के अनुसंधान और विकास विभाग ने विकसित किया है। यह छत पर रखे पीवी पैनल के जरिए प्राप्त सौर ऊर्जा से चलता है। इस चूल्हे से ना सिर्फ पैसा बचेगा, बल्कि प्रदूषण की समस्या से भी निजात मिलेगी।

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