KNEWS DESK- भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के तीन फाइटर जेटों को मार गिराया है। इसमें पाकिस्तान के F-16 और JF-17 लड़ाकू विमान शामिल हैं। इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय कमांड प्राधिकरण की आपात बैठक बुलाई है, जो देश के परमाणु सुरक्षा और रणनीतिक नीति पर निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है ।
यह सैन्य टकराव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया और 6 मई को ‘ऑपरेशन सिंधूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पंजाब में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए ।
पाकिस्तान ने भारतीय हमलों का कड़ा विरोध किया और 7 मई को ‘बुनियान-उन-मर्सूस’ नामक सैन्य ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें भारत के विभिन्न सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए। इसमें पंजाब के पठानकोट, जम्मू के उधमपुर और बीस में भारतीय वायुसेना के ठिकानों को निशाना बनाया गया ।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के जवाबी हमलों के दौरान 8 मई को पाकिस्तान के F-16 और JF-17 लड़ाकू विमानों को मार गिराया। यह कार्रवाई पुलवामा के पंपोर क्षेत्र में हुई, जहां भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के विमानों को नष्ट किया ।
इस सैन्य टकराव के बाद, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, सऊदी अरब और अन्य देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक वार्ता के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है। भारत और पाकिस्तान के बीच यह सैन्य टकराव दोनों देशों के लिए गंभीर परिणामों का संकेत देता है। दोनों देशों के नेताओं ने आपसी बातचीत और कूटनीति के जरिए इस संकट को हल करने की आवश्यकता पर बल दिया है। हालांकि, वर्तमान स्थिति में सैन्य कार्रवाई की संभावना बनी हुई है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
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