KNEWS DESK- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में BSF के एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णायक राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीकता और भारतीय सेना की सामरिक क्षमता का प्रतीक बताया। शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को बता दिया कि भारत अब आतंकी हमलों पर सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं करता, बल्कि उन्हें जड़ से खत्म करता है।
गृह मंत्री ने कहा, “मोदी सरकार से पहले भारत अक्सर पाकिस्तान के आतंकी हमलों का ठोस जवाब नहीं देता था, लेकिन 2014 के बाद हमने उरी और बालाकोट जैसे हमलों का करारा जवाब दिया। और अब ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया है कि भारत की आतंक के खिलाफ नीति निर्णायक और स्पष्ट है।” उन्होंने कहा, “हमने 8 मई को पाकिस्तान के दो बड़े आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया और 9 मई को उनके एयरबेस को निशाना बनाकर दुश्मन को उसकी भाषा में जवाब दिया।”
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मृतकों में अधिकतर टूरिस्ट थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कठोर संदेश देने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया।
इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के भीतर 100 किलोमीटर अंदर तक घुसकर कार्रवाई की गई। 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। लगभग 100 आतंकवादियों को ढेर किया गया। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान ने 8 से 10 मई के बीच भारत पर हमला करने की नाकाम कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना ने सटीक जवाब दिया। 9 मई को भारत ने पाकिस्तानी एयरबेस को भी निशाना बनाकर यह दिखा दिया कि आतंकी अड्डों पर हमला करना ही नहीं, बल्कि जवाब देना भी अब भारत की नीति में शामिल है।
शाह ने कहा, “जब पाकिस्तान की सेना के अधिकारी आतंकियों के जनाजे में शामिल होते हैं, तो इससे साफ हो जाता है कि पाकिस्तान ही आतंकवाद का पोषक है। ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ आतंक को खत्म किया, बल्कि पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को भी वैश्विक मंच पर उजागर कर दिया।” गृह मंत्री ने पुलवामा हमले की याद दिलाते हुए कहा कि “उस वक्त भी मोदी सरकार ने एयरस्ट्राइक कर आतंकियों को जवाब दिया था। अब पहलगाम के नरसंहार के बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हमने फिर दुनिया को दिखाया कि भारत आतंक के सामने झुकता नहीं है।”
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