गोरखनाथ हमले के आरोपी मुर्तजा ने पूछताछ के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे किए और साथ ही उसने पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया था. मुर्तजा ने एक दीवान को प्लास्टर वाले हाथों से कोहनी मारी. साथ ही इंस्पेक्टर रैंक के एक पुलिसकर्मी के चेहरे पर उसने नाखून मारे. मूर्तजा इस हमलावर रुख को देखते हुए एटीएस ने पूछताछ के दौरान सख्त इंतजाम किए हैं. चिकित्सकों के साथ भी उसने अभद्रता की.
पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया
आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी यूपी एटीएस की गिरफ्त में है. इस मामले में फिलहाल मुर्तज़ा से पूछताछ की जा रही है. ATS ने पूछताछ के आधार पर गोरखपुर से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है.
देश में शरिया कानून लागू हो जाये
मुर्तज़ा ने एटीएस को पूछताछ में बताया कि वह चाहता था कि देश में शरिया कानून लागू हो जाये. वहीं उसने गोरखनाथ मंदिर पर धारदार हथियार से हमला करने की वजह क्रूरता दिखाना बताया. उसने कहा कि उसकी मंशा यह भी थी कि गोरखनाथ मंदिर पर हमला कर हाइप क्रिएट किया जाए ताकि लोगों के अंदर डर बैठ सके.
मुर्तजा ने बताया कि उसे आसानी से बम बनाने की तमाम विधियां पता थी लेकिन हमले के दौरान उसने बम की जगह धारदार हथियार का इस्तेमाल किया. दरअसल विदेश में बैठे आकाओं ने ही बम के बजाए बांके या चापड़ से हमला करने के निर्देश दिए थे.
क्या है मामला
3 अप्रैल देर रात 30 साल के आईआईटी स्नातक अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की और जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे पीएसी के दो जवान घायल हो गए. हालांकि अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे फौरन पकड़ लिया और हमले में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार जब्त कर लिया था. गोरखनाथ मंदिर परिसर में मंदिर के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है. हालांकि हमले के वक्त वह मंदिर परिसर में मौजूद नहीं थे.