नई दिल्ली: गुरुवार को GATE की परीक्षा रद्द करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाही की, जिसमें देश की सर्वोच्च अदालत ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) 2022 परीक्षा को टालने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, 48 घंटे पहले गेट 2022 परीक्षा को टालने से रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों को परेशानी और अनिश्चितता होगी। एक दिन पहले ही परीक्षा को टालने की मांग को लेकर छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका में परीक्षा को स्थगित करने की मांग करते हुए COVID19 मामलों का हवाला दिया गया था।
याचिकाकर्ताओं के वकील पल्लव मोंगिया ने कोर्ट में बताया था कि, गेट 2022 परीक्षा में 9 लाख छात्र शामिल हो रहे हैं. बावजूद इसके कोर्ट ने परीक्षा को टालने से इनकार कर दिया है. गेट 2022 परीक्षा शनिवार से 200 केंद्रों पर होनी हैं, लेकिन परीक्षा प्राधिकरण की ओर से अब तक कोई भी कोरोना गाइडलाइन से जुड़ी जानकारी नहीं दी गई है।
कोरोना के चलते छात्रों ने परीक्षा टालने को कहा-
गेट 2022 का आयोजन फरवरी महीने में 5, 6, 12 और 13 तारीख को किया जाना है। इस परीक्षा को टालने के लिए बड़ी संख्या में छात्रों ने देश की सर्वोच्च अदालत में दरवाजा खटखटाया था. याचिका में छात्रों ने कोविड-19 का हवाला देते हुए कोर्ट से गेट 2022 परीक्षा को टालने की अर्जी लगाई थी. मामला बच्चों के भविष्य का था, इसलिए सुप्रीम कोर्ट याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए तैयार हो गया था।
9 लाख छात्रों ने किया आवेदन-
गेट 2022 परीक्षा अपने तय तिथि यानी 5,6, 12 और 13 फरवरी को ही होगी. इस साल गेट परीक्षा का आयोजन भारतीय प्रौद्योगिकी (आईआईटी) खड़गपुर कर रहा है. परीक्षा ऑफलाइन मोड में होगी. इस परीक्षा में 9 लाख छात्र भाग ले रहे हैं. आईआईटी खड़गपुर ने गेट 2022 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं।