नेशनल हेराल्ड मामले में ED ने शुरू की कार्यवाही, संपत्ति जब्तीकरण के नोटिस किए गए चस्पा

KNEWS DESK- बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कार्यवाही करनी शुरू कर दी है। 2014 में सुब्रह्मयण स्वामी की शिकायत पर शुरू हुए मामले की जांच ने कांग्रेस की सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में बड़ा कदम उठाते हुए सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी से जुड़ी संपत्तियों पर कब्जा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि ये जब्तीकरण की कार्यवाही प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग रूल्स, 2013 के नियम 5 के तहत की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस संबंध में दिल्ली, मुंबई और लखनऊ के प्रॉपर्टी रजिस्ट्रारों को औपचारिक नोटिस जारी किए, जहां एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियां स्थित हैं. ये संपत्तियां यंग इंडियन नामक कंपनी के माध्यम से अधिग्रहित की गई थीं, जिसके लाभार्थी सोनिया और राहुल गांधी हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि उसने 661 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति पर कब्जे के लिए नोटिस जारी किया है, जिसे उसने कांग्रेस नियंत्रित ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (AJL) के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच में कुर्क किया था। यह मामला कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेशनल हेराल्ड अखबार से संबंधित है और इसमें वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं।

क्या है नेशनल हेराल्ड से जुड़ा मामला

नेशनल हेराल्ड मामला एक चर्चित कानूनी और राजनीतिक विवाद है, जिसमें कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, और अन्य प्रमुख नेताओं के खिलाफ जांच चल रही है। यह मामला आर्थिक अनियमितताओं और धोखाधड़ी से जुड़ा है। नेशनल हेराल्ड एक अंग्रेजी अखबार था, जिसकी शुरुआत 1938 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। यह अखबार Associated Journals Limited (AJL) के तहत प्रकाशित होता था। बाद में अखबार का प्रकाशन बंद हो गया, लेकिन AJL कंपनी अब भी अस्तित्व में रही। 2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक आपराधिक मामला दर्ज कराया। आरोप था कि कांग्रेस पार्टी ने AJL का 90 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया, और एक नई कंपनी “Young Indian” बनाकर उसकी संपत्ति पर कब्जा कर लिया।

 

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