देश को नशा मुक्त करने के लिए सरकार और डॉक्टर जोर शोर से प्रयास कर रहें है। लेकिन ये दिन प्रति दिन तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। नेशनल ड्रग डिपेंडेंट ट्रीटमेंट (एनडीडीटी), एम्स की वर्ष 2019 की रिपोर्ट बताती है कि भारत में ही लगभग 16 करोड़ लोग शराब का नशा करते हैं। इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की भी है। रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि देश की लगभग 20 प्रतिशत आबादी (10-75 वर्ष के बीच की) विभिन्न प्रकार के नशे की चपेट में है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट बताती है कि 2009 की तुलना में 2019 में भारत में ड्रग्स लेने वालों की संख्या 30% बढ़ गई थी। कुछ रिपोर्ट्स बच्चों के भी बड़ी संख्या में नशे की चपेट में आने की जानकारी देती हैं।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी 2017 के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में लगभग 7.5 लाख लोगों की मौत अवैध ड्रग्स की वजह से हुई। इनमें से लगभग 22000 मौतें भारत में हुईं। गंभीर बात यह है कि देश में पारंपरिक नशे जैसे कि तम्बाकू, शराब, अफीम के अलावा सिंथेटिक ड्रग्स स्मैक, हिरोइन, आइस, कोकीन, मारिजुआना आदि का उपयोग तेजी से बढ़ा है।
देश में अब बच्चे अजीब तरह के नशों का शिकार हो रहे है। ये पदार्थ बाजारों में बड़ी ही आसानी से मिल जाते है और इन पदार्थों की क़ीमत ज्यादा न होने की वजह से बच्चे इनको खरीद कर इस्तमाल कर रहे है जो कि बच्चों को अंदर से कमज़ोर कर रहे है। इतना ही नहीं ऐसा नशा करने वाले बच्चे दूसरे बच्चों को भी अपनी तरफ प्रभावित करते है (जो नशा नहीं करते)। आइए जानते है इन अजीब से नशों के बारे में –
पंचर बनाने वाले सोल्यूशन का नशा
सुनने में अजीब लगे गा लेकिन ये सच है। ये ऐसा पदार्थ है जो बच्चों के दिमाग पर बहुत जल्दी असर करता है और उनको इस नशे का आदी कब बना देता है पता ही नहीं चलता है। बड़ी आसानी से पंचर वाली दुकानों पर सोल्यूशन के ट्यूब सस्ते दामों में मिल जाते है। बच्चे सोल्यूशन ट्यूब की रुमाल में डाल कर मुंह से इसकी महक को खींचते है जिस से उनको नशा हो जाता है।
पेंट साफ करने वाले थिनर का नशा
पेंट थिनर एक विलायक(साल्वेंट) है जिसका उपयोग रोलर्स, ब्रश और सतहों से तेल आधारित पेंट को हटाने के लिए किया जाता है। पेंट थिनर के कई उपयोग हैं जो हमारे पैसे बचाते हैं। पेंट थिनर की लत के संभावित कारण क्या हो सकते हैं? मूल रूप से, पेंट थिनर इनहेलेंट की श्रेणी में आता है। इनहेलेंट्स वे उत्पाद हैं जो किसी व्यक्ति को नशे में महसूस करने का कारण बनते हैं जब हम उन्हें इन्हेल(सांस के द्वारा अंदर लेते) करते हैं। पेंट थिनर के दो मुख्य घटक टॉल्यूइन और ज़ाइलीन हैं। पेंट थिनर को इन्हेल करने से शराब के सेवन के समान प्रभाव होता है। टॉल्यूइन और ज़ाइलीन के प्रति मानव मस्तिष्क की प्रतिक्रिया शराब के समान है। बैगिंग ’बैग के माध्यम से धुएं या किसी चीज की गंध का सेवन करने का तरीका है ताकि बाहर की हवा अंदर न जाए।
इतना ही नहीं बहुत सारे ऐसे नशे है जो लोगों की जानकारी में ही नहीं है। जिनका उपयोग किशोर धड़ल्ले से कर रहे है। सरकार ने कानून तो बनाए लेकिन वो इसे पदार्थ बनाने वाली कंपनियों पर नहीं लगाए गए। किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) नियम 2016 की धारा 76 एवं 77 तहत व्यापारियों को अपनी दुकान पर बोर्ड लगाकर सूचना देनी होगी कि यहां 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को तंबाकू नहीं बेची जाएगी। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बीड़ी-सिगरेट या तंबाकू के पाउच बेचने वाले अगर दोषी पाए जाते है तो उन पर 7 साल की सजा के साथ 1 लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है।