देश में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से इजाफा, 24 घंटे में 5 मौतें, सक्रिय मरीजों की संख्या 4,000 के पार

KNEWS DESK-  देश में एक बार फिर कोरोना वायरस (COVID-19) के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण से 5 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,026 हो गई है। इन पांच मौतों की पुष्टि केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से हुई है। मृतकों में से सभी पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।

  • केरल: 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई, जो गंभीर निमोनिया, ARDS (तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम), मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कोरोनरी धमनी रोग से ग्रसित था।

  • तमिलनाडु: 69 वर्षीय महिला, जो टाइप 2 मधुमेह और पार्किंसंस रोग से जूझ रही थी, ने वायरस से दम तोड़ दिया।

  • पश्चिम बंगाल: 43 वर्षीय महिला की मौत हुई, जो तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम, सेप्टिक शॉक और एक्यूट किडनी इंजरी से पीड़ित थी।

  • महाराष्ट्र: कोल्हापुर और सातारा जिलों से दो मौतों की जानकारी सामने आई है। दोनों मरीज गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे।

मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख राज्यों में कोरोना के सक्रिय मामलों की स्थिति इस प्रकार है-

  • केरल – 1,416

  • महाराष्ट्र – 494

  • दिल्ली – 393

  • गुजरात – 397

  • कर्नाटक – 311

  • पश्चिम बंगाल – 372

  • तमिलनाडु – 215

  • उत्तर प्रदेश – 138

महाराष्ट्र में सोमवार को 59 नए संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें मुंबई में 20 मामले सामने आए। मुंबई में अब कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 483 हो चुकी है। राज्य में इस वर्ष कोविड से मौतों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। कोरोना वायरस के हालिया मामलों में बढ़ोतरी का कारण NB.1.8.1 सब-वेरिएंट को माना जा रहा है, जो ओमिक्रॉन का एक नया रूप है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि यह वेरिएंट तेजी से फैलता है और अत्यधिक परिवर्तनशील है, हालांकि यह अधिकांश मामलों में हल्की बीमारी का कारण बनता है।

NB.1.8.1 वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में निम्नलिखित लक्षण देखे जा रहे हैं-

  • बुखार

  • खांसी

  • गले में खराश

  • थकान

  • सिरदर्द

  • शरीर में दर्द

  • नाक बहना

  • भूख न लगना

इन लक्षणों की प्रकृति मौसमी फ्लू से मिलती-जुलती है, जिससे लोगों को भ्रम हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही संक्रमण की गंभीरता कम हो, लेकिन बुजुर्गों, पहले से बीमार लोगों और कम इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मास्क पहनना, हाथ धोना, भीड़भाड़ से बचना और हल्के लक्षणों पर भी टेस्ट करवाना अब भी जरूरी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, और आम जनता से अपील की जा रही है कि घबराने की बजाय सतर्कता बरतें।

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