राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि, राहुल बोले – ‘अधूरे सपनों को करूंगा पूरा’

KNEWS DESK – भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने उन्हें गहरे सम्मान और भावनात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, और कई वरिष्ठ नेताओं ने नई दिल्ली स्थित वीर भूमि जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

राहुल गांधी का भावुक संदेश

राहुल गांधी ने इस अवसर पर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए लिखा, मेरे पिता की यादें हर मोड़ पर मेरा मार्गदर्शन करती हैं। मैं वादा करता हूं कि उनके अधूरे सपनों को साकार करूंगा।” उन्होंने अपने पिता को भारत के भविष्य की नींव रखने वाला नेता बताया।

https://x.com/RahulGandhi/status/1925033636933357819

https://x.com/kharge/status/1925037671270731969

खरगे ने गिनाई राजीव गांधी की दूरदर्शिता

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजीव गांधी को भारत का महान सपूत” बताते हुए कहा कि उनके साहसी निर्णयों और दूरदर्शिता ने भारत को 21वीं सदी के लिए तैयार किया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने मतदान की उम्र 21 से घटाकर 18 वर्ष की| पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाया| आईटी और टेलीकॉम क्रांति की शुरुआत की| महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया| 11 प्रमुख नीतियों के ज़रिए समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखा| खरगे ने उन्हें एक ऐसा नेता बताया, जिनके निर्णयों का असर आज भी देश की विकास यात्रा में देखा जा सकता है।

https://x.com/INCIndia/status/1925092981507318072

राजीव गांधी की मानवता की मिसाल

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक वीडियो साझा किया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी यह बता रहे हैं कि कैसे राजीव गांधी ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल में भेजा था, ताकि विदेश में उनका इलाज संभव हो सके। रमेश ने कहा कि यह राजीव गांधी की संवेदनशीलता और मानवीयता को दर्शाता है — और ऐसे गुण आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में नहीं हैं।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों के यूएन दौरे की परंपरा बंद कर दी, और अब जब उनकी वैश्विक छवि को नुकसान हुआ है, तब वे ध्यान भटकाने के लिए सांसदों को विदेश भेज रहे हैं।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजीव गांधी को याद करते हुए कहा, आतंकवादियों ने उन्हें हमसे बहुत जल्दी छीन लिया। लेकिन उनकी सोच, उनका बलिदान आज भी हम सब को प्रेरित करता है।” उन्होंने उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी दोहराया।

कांग्रेस का आधिकारिक बयान

कांग्रेस पार्टी ने कहा कि राजीव गांधी का नेतृत्व न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की बुनियाद पर आधारित था। उन्होंने पंचायती राज, युवाओं का सशक्तिकरण और तकनीकी क्रांति जैसे क्षेत्रों में जो काम शुरू किए, वह आज भारत की ताकत बन चुके हैं।

कैसे शहीद हुए राजीव गांधी?

राजीव गांधी 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। 21 मई 1991 को, तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में चुनाव प्रचार के दौरान, श्रीलंका के आतंकी संगठन एलटीटीई (LTTE) द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में उनकी जान चली गई। यह घटना भारतीय राजनीति के इतिहास में सबसे दुखद क्षणों में से एक मानी जाती है।