KNEWS DESK- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार सतर्क है। इसी कड़ी में कल सुबह यानी 30 अप्रैल को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की अहम बैठक होने जा रही है। यह बैठक देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए बुलाई गई है।
22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत और 15 से अधिक घायल हो गए थे। हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई कड़े कदम उठाए, जिनमें पाकिस्तान के खिलाफ वीज़ा प्रतिबंध, सिंधु जल संधि का निलंबन, और अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को बंद करना शामिल है। इन फैसलों के बाद CCS की यह दूसरी बैठक होगी, जो हमले के जवाब में उठाए गए कदमों की समीक्षा और आगे की रणनीति को लेकर बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
किन विषयों पर हो सकती है चर्चा?
CCS की इस बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा की संभावना है:
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कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों की प्रगति
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सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ रोकने के उपाय
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एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का जवाब
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नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती
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पाकिस्तान को लेकर आगे की कूटनीतिक रणनीति
इस उच्चस्तरीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी भी संभव है।
यह हमला न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बना, बल्कि भारत की पाकिस्तान नीति पर भी असर डाल रहा है। द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन माना जाता है। भारत ने इसके पीछे पाकिस्तानी समर्थन का आरोप लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी इस मुद्दे को उठाने के संकेत दिए हैं।
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