पहलगाम हमले के बाद चर्चा में आई CCPA मीटिंग, जानिए CCPA बैठक के महत्व को….

SHIV SHANKAR SAVITA- बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। भारत पर हुए इस आतंकी हमले ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था भारतीय प्रधानमंत्री समेत भारत के सभी प्रमुख नेताओं ने सुरक्षा एजेंसियों और भारतीय सेना के अधिकारियों संग बैठक कर कुछ ठोस निर्णय लिए। इन बैठकों में CCS और CCPA बैठक का खूब जिक्र हुआ। आइए जानते हैं CCPA बैठक के मायने…..

CCPA एक अस्थायी समिति है

भारत की केंद्रीय सरकार की एक अस्थायी समिति है, जो खासतौर पर उन मुद्दों पर निर्णय लेती है जो राजनीतिक रूप से संवेदनशील या व्यापक नीतिगत महत्व के होते हैं। CCPA बैठक का पूरा नाम है कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (Cabinet Committee on Political Affairs)। यह भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति है, जिसे अक्सर “सुपर कैबिनेट” भी कहा जाता है क्योंकि यह देश के राजनीतिक और आर्थिक मामलों से जुड़े बड़े फैसलों में अहम भूमिका निभाती है।

क्या-क्या होता है इस बैठक में?

CCPA की बैठक में देश के प्रमुख राजनीतिक, आंतरिक सुरक्षा, आर्थिक, सामाजिक या अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार किया जाता है। इसमें शामिल विषयों में राज्यों के साथ संबंध, कानून और व्यवस्था की स्थिति, कोई संवेदनशील राजनीतिक या कूटनीतिक मामला, नीति-निर्धारण के बड़े फैसले आदि राष्ट्र के महत्व के मुद्दे शामिल किए जाते हैं।

कौन-कौन होता है इसका सदस्य?

CCPA बैठक में एक अध्यक्ष और कुछ सदस्य होते हैं। इसमें प्रधानमंत्री इसके अध्यक्ष होते हैं। देश के गृहमंत्री, रक्षामंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, कृषि मंत्री, पेट्रोलियम मंत्री आदि मंत्रालयों के मंत्री शामिल होते हैं जो किसी मुद्दे पर आपस में विचार विमर्श कर बड़े निर्णय लेते हैं।

CCPA बैठक का महत्व

यह समिति उन मुद्दों पर निर्णय लेती है जिन्हें पूरे मंत्रिमंडल के सामने लाना आवश्यक नहीं होता, लेकिन वे इतने गंभीर होते हैं कि उच्च स्तर की चर्चा जरूरी हो। यह समिति नीति-निर्धारण में तेज़ी लाने और संवेदनशील मामलों पर गुप्तता बनाए रखते हुए निर्णय लेने में मदद करती है।