KNEWS DESK, राज्यसभा में शुक्रवार को उस समय हंगामा मच गया जब सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में जानकारी दी कि सीट नंबर 222 पर नोटों की गड्डी पाई गई है। यह सीट तेलंगाना से कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट की गई है। सभापति ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने गुरुवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मामले की जांच नियमों के अनुसार की जा रही है।
सभापति के इस बयान के बाद सदन में भारी हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सवाल खड़े किए और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जांच पूरी होने से पहले किसी का नाम लेना अनुचित है। खड़गे ने सभापति को नसीहत देते हुए कहा, “जब तक सब कुछ स्पष्ट नहीं हो जाता, तब तक आपको (सभापति) उनका (सिंघवी) नाम नहीं बोलना चाहिए था।”
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक
सत्तारूढ़ दल के सांसदों ने खड़गे की टिप्पणी पर आपत्ति जताई और हंगामा किया। इसके जवाब में खड़गे ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाओं और आरोपों के जरिए देश की छवि को खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “ऐसे चिल्लर काम करके देश को बदनाम किया जा रहा है।” कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताया और इसे विपक्ष को बदनाम करने की साजिश करार दिया। पार्टी ने जोर देकर कहा कि अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है और जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए।
जांच जारी
सभापति ने सदन को आश्वस्त किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी। इस घटना ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया है। अब सभी की नजरें जांच के नतीजों पर टिकी हुई हैं।