KNEWS DESK, बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की प्री परीक्षा पेपर लीक मामला बढ़ता ही जा रहा है। इस मुद्दे पर छात्रों का विरोध प्रदर्शन अब एक बड़ा राजनीतिक मसला बनता गया है, जिससे सियासी दलों की भी दिलचस्पी बढ़ गई है।
BPSC पेपर लीक का विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और पानी की बौछार की घटनाओं को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और पुलिस की जमकर आलोचना की है। इन दलों में अब छात्रों का पक्ष लेने की होड़ मच गई है। राजद, कांग्रेस, लेफ्ट और जनसुराज सहित अन्य सभी प्रमुख सियासी दलों ने BPSC के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समर्थन किया है। आज आरा और दरभंगा में लेफ्ट और राजद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए ट्रेनों को रोक दिया। छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंजन पर चढ़कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और री-एग्जाम की मांग की। राजद और लेफ्ट के कार्यकर्ताओं द्वारा रेलवे ट्रैक पर किए गए प्रदर्शन के कारण बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस एक घंटे तक रुकी रही, जबकि आरा में बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को 10 मिनट तक रोक कर रखा गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर ट्रेनों को रवाना किया। इसके अलावा छात्र संगठनों ने आरा, बोतिया और समस्तीपुर में सड़कों पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने समस्तीपुर-पटना रोड को जाम कर दिया, जिससे कई गाड़ियां फंस गईं। इस विरोध प्रदर्शन में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) ने भाग लिया।
राजनीतिक नेताओं का समर्थन
प्रशांत किशोर, जनसुराज पार्टी के नेता भी छात्रों के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचे थे, हालांकि वहां कुछ छात्रों से उनकी बहस हो गई। इससे पहले पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और राजद नेता तेजस्वी यादव भी छात्र आंदोलन का समर्थन करने धरनास्थल पर गए थे। इसके अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया और बिहार सरकार पर आंदोलन को बर्बर तरीके से कुचलने का आरोप लगाया।
राज्यपाल से मुलाकात
आज, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने राज्यपाल से मुलाकात की और छात्रों की मांगों के बारे में जानकारी दी। पप्पू यादव ने बताया कि छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और उन्होंने राज्यपाल से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की अपील की। राज्यपाल ने डीएम और एसपी को बुलाया और बीपीएससी के अध्यक्ष से भी बात की।