SHIV SHANKAR SAVITA- वक्फ संशोधन बिल को लेकर पिछले दिनों से काफी हलचल है। कल लोकसभा में बिल पर चर्चा के दौरान कई बड़े नेताओं ने अपने-अपने विचार प्रकट करते हुए लोकसभा में पेश हुए बिल का समर्थन और विरोध किया। कल लोकसभा में बिल पर चर्चा करने का समय दोपहर 12 बजे से 8 बजे तक निर्धारित किया गया था पर 8 बजे तक चर्चा खत्म न होने के चलते चर्चा का समय बढ़ाते हुए देर रात 2 बजे तक किया गया। देर रात 2 बजे चर्चा खत्म होने के बाद वोटिंग कराई गई, जिसमें सत्ता पक्ष की तरफ से 288 वोट पड़े और विपक्ष की तरफ से 232 वोट पड़े और आज 1 बजे से राज्यसभा में इस बिल को पेश किया जा रहा है। इसी बीच आज सोनिया गाँधी का वक्फ बिल को लेकर बयान सामने आया है। सोनिया गाँधी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए ध्रुवीकरण करने और जबरन बिल पास करने का आरोप लगाया है।
जानिए क्या कहा सोनिया गांधी ने?
सोनिया गांधी ने नए संसद भवन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘अतीत में, हम एक साथ बैठ सकते थे, सहकर्मियों से मिल सकते थे, अन्य दलों के सदस्यों के साथ बातचीत कर सकते थे और मीडिया के साथ जुड़ सकते थे। ये चीजें हम अब नए संसद भवन में नहीं कर सकते हैं।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘‘हम एक लंबे सत्र के अंत की ओर आ रहे हैं जो घटनापूर्ण भी रहा है। बजट पेश हो चुका है और उस पर चर्चा भी हो चुकी है। इसी तरह वित्त और विनियोग विधेयक भी हैं।’’

सोनिया गाँधी ने दावा पेश करते हुए कहा सोनिया गांधी ने दावा किया, ‘‘कल वक्फ़ संशोधन विधेयक, 2025 लोकसभा में पारित हो गया और आज यह राज्यसभा में लाया जाने वाला है। विधेयक को वास्तव में मनमाने ढंग से पारित किया गया था। हमारी पार्टी की स्थिति स्पष्ट है। यह विधेयक संविधान पर ही सरेआम हमला है। यह हमारे समाज को स्थायी ध्रुवीकरण की स्थिति में बनाए रखने की भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ संबंधी विधेयक संविधान को कमजोर करने का एक और प्रयास है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम इस कानून का भी पुरजोर विरोध करते हैं।’’