ताजमहल घूमने जाने वालों के लिए बड़ी खबर अंदर नहीं ले जा सकेंगे पानी की बोतल, लगा बैन !

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश स्थित आगरा में ताजमहल घूमने जाने वालों के लिए बड़ी खबर है| ताजमहल के संदर्भ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सख्त आदेश जारी कर कहा है कि पर्यटक अब स्मारक पर पानी की बोतल नही ले जा पाएंगे|

उत्तर प्रदेश स्थित आगरा में ताजमहल घूमने जाने वालों के लिए बड़ी खबर है| ताजमहल के संदर्भ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सख्त आदेश जारी कर कहा है कि पर्यटक अब स्मारक पर अब पानी की बोतल नही ले जा पाएंगे| सोमवार को ताजमहल पर हिंदूवादी संगठन की ओर से गंगाजल चढ़ाने का दावा किया गया था| ताजमहल पर कल ही एक महिला ने भगवा झंडा भी फहराया था| हालांकि ये प्रतिबंध ताजमहल परिसर में नहीं है|ताजमहल की दीवार पर ‘ओम’ का स्टिकर लगाकर गंगाजल चढ़ाया था| सीआईएसएफ के फैसले पर गाइड एसोसिएशन ने जताया विरोध|

बता दें आगरा में सोमवार को ताजमहल में उस समय अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला, जब एक महिला ने मकबरे के मुख्य स्थान के करीब पहुंचकर भगवा रंग का कपड़ा लहराया| इसके बाद, सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया| अधिकारियों ने यह जानकारी दी|

हिंदूवादी संगठन, ताजमहल के तेजोमहालय (शिव मंदिर) होने का दावा करते हैं| संगठन से जुड़े लोग सावन माह में वहां पहुंचकर अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं|

मोहब्बत की निशानी पर फिर चढ़ा 'गंगाजल', ताजहमल में महिला ने फहराया भगवा झंडा- Video – TV9 Bharatvarsh

कुछ दिन पहले, हिंदूवादी संगठन के एक पदाधिकारी गंगाजल चढ़ाने ताजमहल पहुंचे थे| हालांकि, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें रोक दिया था| सावन के तीसरे सोमवार पर, अखिल भारत हिन्हू महासभा की महिला शाखा की अध्यक्ष मीरा राठौर ताहमहल पहुंचीं और मकबरे के मुख्य स्थान के निकट भगवा रंग का कपड़ा लहराने लगीं| इसी दौरान, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिय|

घटना के बाद उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें उनके हाथ में पानी की एक बोतल देखी जा सकती है| संगठन का दावा है कि ताजमहल के मुख्य मकबरे में गंगाजल चढ़ाने के बाद भगवा कपड़ा लहराया गया है| इस संबंध में, संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि एक महिला ने भगवा रंग का कपड़ा लहराया|उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां तैनात सीआईएसएफ के कर्मियों ने राठौर को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस को सौंप दिया|

About Post Author