KNEWS DESK – महाराष्ट्र के नवी मुंबई स्थित खारघर में बने इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जनवरी 2025 को करेंगे। इस मंदिर का निर्माण पिछले 12 वर्षों से चल रहा था और अब यह पूरी तरह से तैयार हो चुका है। यह मंदिर एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है और भगवान श्री कृष्ण को समर्पित इस भव्य मंदिर का नाम ‘श्री श्री राधा मदन मोहन जी मंदिर’ रखा गया है।
मंदिर का निर्माण और विशेषताएं
बता दें कि इस भव्य मंदिर का निर्माण 9 एकड़ क्षेत्र में हुआ है और इसका डिजाइन सफेद और भूरे संगमरमर से किया गया है। मंदिर की लागत लगभग 200 करोड़ रुपये आई है। इस मंदिर के दरबार में भगवान श्री कृष्ण की कई लीलाओं को 3D तस्वीरों के रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी 15 जनवरी को करेंगे।
मंदिर में स्थित दशावतार मंदिर के दरवाजे चांदी से बने हैं, जिन पर भगवान के विभिन्न प्रतीकों जैसे गदा, शंख, चक्र और ध्वजा की सुनहरी प्रतिमाएँ उकेरी गई हैं। इसके अलावा, इस मंदिर में इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद जी के लिए विशेष मेमोरियल भी बनाया गया है, जो दुनिया भर में इस्कॉन के अन्य मंदिरों से अलग होगा। इसमें प्रभुपाद जी के विग्रह, उनके अनुयायियों के विग्रह, उनके फोटो और किताबों का संग्रह भी रहेगा।
मंदिर की अन्य संरचनाएं
मंदिर परिसर में कई अन्य आकर्षक संरचनाएं भी हैं:
- दशावतार मंदिर के सामने विशाल बाग़ीचा – जिसमें फव्वारे और सुंदर लाइटिंग की व्यवस्था की गई है।
- मुख्य मंदिर और उसकी छतों पर कलाकृतियाँ – जो सफेद, सुनहरे और गुलाबी रंगों से सजी हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय गेस्ट हाउस – जहां देश-विदेश से आने वाले भक्तों के लिए सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- नौका उत्सव के लिए विशाल तालाब – जहां भक्त नाव की सवारी कर सकेंगे।
- वैदिक शिक्षा कॉलेज की लाइब्रेरी – जहां वैदिक ग्रंथों और शिक्षाओं का अध्ययन किया जा सकेगा।
- विशाल प्रसादम हॉल – जहां भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
- आयुर्वेदिक हिलिंग सेंटर – जहां आयुर्वेद, योगाभ्यास और मंत्राभ्यास जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- शुद्ध शाकाहारी रेस्तरां – जहां भगवान श्री कृष्ण के पसंदीदा व्यंजन भक्तों को परोसे जाएंगे।
- 3,000 भक्तों के एक साथ बैठने की व्यवस्था – जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य आयोजन किए जाएंगे।
मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
मंदिर के ट्रस्टी और हेड, डॉ. सूरदास प्रभु ने मंदिर के बारे में बात करते हुए कहा कि यह मंदिर न केवल नवी मुंबई क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे महाराष्ट्र और देश के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी के आने से मंदिर की गतिविधियों को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले की निंदा करते हुए भारत सरकार की नीतियों का समर्थन किया।
उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे ये नेता
मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार भी शामिल होंगे।