KNEWS DESK – ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। बुधवार को पाकिस्तान की सेना ने एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर भारी गोलाबारी की, जिसमें पुंछ जिले की एक महिला और दो बच्चों समेत सात नागरिकों की जान चली गई। इस हमले में 38 अन्य लोग घायल हुए हैं।
पाकिस्तानी सेना की इस अंधाधुंध गोलाबारी ने दर्जनों गांवों को निशाना बनाया, जिसमें तोपों और मोर्टारों का प्रयोग किया गया। सबसे अधिक नुकसान पुंछ जिले में हुआ है, जबकि बारामूला के उरी सेक्टर में 10 और राजौरी जिले में 3 लोग घायल हुए हैं।
सरकार सतर्क, नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि: एलजी मनोज सिन्हा
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रही भारी गोलीबारी से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए और उनके लिए भोजन, दवाइयां और परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एलजी सिन्हा ने कहा, “मैं स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हूं। सरकार हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
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भारत का सख्त जवाब – ऑपरेशन सिंदूर में तबाह किए 9 आतंकी अड्डे
रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया। इनमें जैश के 4, लश्कर के 3 और हिजबुल के 2 प्रमुख अड्डे शामिल थे। यह कार्रवाई भारतीय सेना के संयुक्त अभियान के तहत की गई, जिसका उद्देश्य सीमा पार से होने वाली आतंकवादी गतिविधियों का मुंहतोड़ जवाब देना है।
LOC पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क और तैयार है। अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्ष विराम उल्लंघनों का भारत पूरी ताकत से जवाब दे रहा है।