KNEWS DESK- मणिपुर में लंबे समय से जारी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच स्वतंत्र विधायक सपाम निशिकांत सिंह ने बुधवार को संकेत दिया कि राज्य में जल्द ही लोकप्रिय सरकार का गठन हो सकता है। इंफाल में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में ज़्यादातर लोग राष्ट्रपति शासन नहीं, बल्कि एक चुनी हुई लोकप्रिय सरकार चाहते हैं, और इसी मांग को लेकर उन्होंने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की है।
सपाम निशिकांत सिंह ने बताया कि वे अन्य विधायकों के साथ राज्यपाल को एक हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे, जिसमें 22 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। उन्होंने कहा “मणिपुर में एनडीए के सभी विधायक एकजुट हैं और लोकप्रिय सरकार का गठन चाहते हैं। यह सिर्फ राजनीतिक मांग नहीं है, बल्कि जनता की भावना भी है।” उन्होंने कहा कि राज्यपाल की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही और उन्हें उम्मीद है कि यह प्रक्रिया जल्द आगे बढ़ेगी।
राज्यपाल से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में 10 विधायक शामिल थे, लेकिन उन्होंने जो पत्र सौंपा उसमें कुल 22 विधायकों के हस्ताक्षर मौजूद हैं। निशिकांत सिंह के मुताबिक, अन्य विधायक भी इस पहल के समर्थन में हैं और जल्द ही केंद्र सरकार से सरकार गठन की अनुमति मिलने की उम्मीद है।
मणिपुर में 9 फरवरी 2024 को तत्कालीन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में राजनीतिक संकट गहराया। इसके बाद 13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। 60 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल वर्ष 2027 तक है, लेकिन वर्तमान में यह निलंबित अवस्था में है।
पिछले साल मई में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के चलते राज्य में बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि हुई। अब तक इस संघर्ष में 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
बीजेपी विधायक टी रोबिंद्रो पहले ही कह चुके हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार हो रहा है और अब नई सरकार बनाने का सही समय है। उन्होंने कहा था “हिंसा की स्थिति पहले जैसी नहीं रही। हालात सुधर रहे हैं और जनता को स्थिर नेतृत्व की आवश्यकता है।”
राजनीतिक संकेतों और विधायकों की सक्रियता को देखते हुए मणिपुर में जल्द ही राष्ट्रपति शासन समाप्त कर चुनी हुई सरकार के गठन की संभावना मजबूत होती दिख रही है। हालांकि अंतिम निर्णय केंद्र सरकार और राज्यपाल पर निर्भर करेगा।
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