उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का पहला चरण हो चूका है, दूसरे चरण की जंग का भी आगाज़ हो चूका है। 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर दूसरे चरण में चुनाव होने है। दूसरे चरण इनमे से कुछ ऐसी सीटें ऐसी भी है, जहां मुक़ाबलता काफी टक्कर का होने वाला है। उत्तर प्रदेश के दूसरे चरण में जहां मैं विरोधी पार्टी सपा बानी हुई है तो बसपा और कांग्रेस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन वेस्ट यूपी की 55 सीटों पर हो रहा दूसरे चरण का चुनाव कई और वजह से भी खास बना हुआ है, लेकिन दूसरे चरण दिग्गज है जिनका मुकाबला काफी मुश्किल होने वाला है।
दूसरे चरण की हॉट सीटें-
दूसरे चरण के तहत वेस्ट यूपी के 9 जिलों की 55 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होना है, लेकिन कुछ विधानसभा सीटें चुनाव से पूर्व ही हॉट सीट बनी हुई हैं. जिसमें नकुड़, देवबंद, कुंदरकी, चंदौसी, स्वार, टांडा, रामपुर और शाहजहांपुर शामिल है. इन सीटों पर खड़े उम्मीदवार यूपी के राजनीति के सियासी सूरमा रहे हैं. आईए इसके साथ ही जानते हैं कि इन 9 सीटों पर किसकी प्रतिष्ठा दांव पर है।
शाहजहांपुर में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना पर दारोमदार-
दूसरे चरण में सबसे ज़्यादा घमासान शाहजहांपुर की है, जहां से अपनी गद्दी बच्चे की कोशिश में लगे हुए है बीजेपी के दिग्गज नेता व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना। बात करे सुरेश खन्ना की राजनीतिक हैसियत की बात करें तो वह अभी तक इस सीट से 8 चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच चुके हैं. सुरेश खन्ना इस सीट पर पहली बार 1989 में विधायक बने थे. जिसके बाद उनका जीत का सफर लगातार जारी है. वह 1989 के बाद 1991, 1993, 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 में चुनाव जीत चुके हैं. वह मौजूदा समय में योगी सरकार में मंत्री भी हैं. अब 2022 के इस विधानसभा चुनाव में 9वीं बार जीत दर्ज करने के लिए वह मैदान में हैं. इस चुनाव में उनका मुकाबला सपा गठबंधन के तनवीर खान, बसपा के सर्वेस पांडे और कांग्रेस की पूनम पांडे से हैं।
रामपुर में आजम खान का हाथ मज़बूत?
रामपुर सीट हर चुनाव में हॉट सीट होती है, इस बार भी यह सीट काफी सियासी खेल दिखाएगी। यूपी के दिग्गज आजम खान इस सीट से एक बार फिर चुनावी बिगुल बजा रहे है, इस सीट में सबसे महवपूर्ण ये है की आज़म खान अपनी सीट को बचाने के लिए जेल से ही चुनाव लड़ रहे है। 80 के दशक से यह सीट उनके और उनके परिजनो के पास हैं और वह 9 बार इस सीट से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंच चुके हैं। वह सपा के संंस्थापक सदस्य रहे हैं. इस चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी के आकश सक्सेना, बसपा के सदाकत हुसैन, कांग्रेस के नवाब काजिम अली खान से है।
अब्दुला आजम खान स्वार सीट से हैं मैदान में
आज़म खान की रामपुर सीट तो हॉटस्पॉट बानी हुई है साथ ही उनके बेटे अब्दुल्लाह खान की सवार सीट पर भी लोगों की नज़र बनी हुई है। सपा के कद्दावर नेता और रामपुर के सांसद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम खान स्वार विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. वह 2017 में भी विधायक चुने गए थे, लेकिन उम्र को छिपाने के मामले में कोर्ट ने उन्हें अयोग्य कर दिया था. इस बार उनकी किस्मत जनता के हाथों दांव पर लगी है।
धर्म सिंह सैनी सपा में जाना होगा जीत का कारण-
दूसरे चरण के चुनाव में नकुड़ सीट पर सबकी नजर है. जिसका कारण इस सीट से विधायक धर्म सिंह सैनी हैं. इस सीट पर धर्म सिंह सैनी लगातार 2 बार से विधायक हैं. 2012 का चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर जीता था. तो वहीं 2017 में बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे थे. जिसके बाद योगी सरकार में वह आयुष मंत्री बनाये गए थे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले सैनी ने बीजेपी की सदस्यता त्याग कर सपा की साइकिल पर सवार हो गए थे।
मंत्री गुलाब देवी चंदौसी से जंग में-
योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री के तौर पर गुलाब देवी चंदौसी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं, इसके बाद उन पर सबकी नजर है। इस सीट पर सपा ने उनके मुकाबले के लिए विमलेश कुमारी को मैदान में उतारा है. वहीं बसपा से रणविजय सिंह उम्मीदवार हैं. जबकि कांग्रेस में मिथिलेश कुमारी को टिकट दिया है।
क्या मुस्लिम वोटर्स देंगे महबूब अली का साथ-
वेस्ट यूपी कीअमरोहा विधानसभा सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री रहे महबूब अली की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. उन्हें इस चुनाव में एक फिर सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. जबकि इस विधानसभा सीट पर बीजेपी ने राम सिंह सैनी को चुनाव मैदान में उतारा है. तो वहीं बसपा ने नवीद अयाज को टिकट दिया है. कांग्रेस के टिकट से सलीम खान मैदान में हैं।